दिल्ली में प्रदूषण का स्तर अचानक से बढ़ गया है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि आने वाले दिनो में धुंध और प्रदूषण एक साथ मिलकर कोरोना वायरस और भी खतरनाक बना सकते हैं. प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) भी शुरू कर दिया गया है. इस एक्शन प्लान के तहत एनसीआर में डीजल जेनरेटर पर पाबंदी लगा दी गई है.
एडवाइजरी जारी
प्रदुषण के खतरनाक स्तर को देखते हुए बच्चों-बुजुर्गों और बीमार लोगों के लिए एडवाइजरी जारी की है. लोगों को भारी-भरकम काम ना करने और देर तक बाहर रहने से मना किया गया है. खासतौर से बुजुर्गों, बच्चों और फेफड़ों से जुड़ी बीमारी वालों को घरों में रहने की सलाह दी गई है.
हेल्थ एक्सपर्ट्स के द्वारा ये पहले ही चेतावनी दी जा चुकी है कि प्रदूषण बढ़ने की वजह से लोगों को सांस संबंधी समस्या हो सकती है जिसकी वजह से कोरोना का खतरा दोगुना हो सकता है.
प्रदूषित हवा से ऐसे करें बचाव
एक्यूआई इंडेक्स 150 से ज्यादा होने पर ज्यादा फिजिकल एक्टिविटी वाली एक्सरसाइज जैसे क्रिकेट, हॉकी, साइकलिंग और मैराथन से परहेज करें. प्रदूषण स्तर के 200 से ज्यादा होने पर पार्क में भी दौड़ने और टहलने ना जाएं. जब प्रदूषण स्तर 300 से ज्यादा हो तो लंबी दूरी की वॉक ना करें. जब स्तर 400 के पार हो तो घर के अंदर रहें, सामान्य वॉक भी ना करें. घर के भीतर रहें. प्रदूषण स्तर 1000 पर होने पर पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी जैसे हालात होते हैं.
मास्क जरूर लगाएं
घर से बाहर निकलने से पहले मास्क जरूर लगाएं. सांसों से शरीर में पहुंचे जहर को बाहर निकालने के लिए पानी बहुत जरूरी है. इसलिए पानी पीना नहीं भूलें. दिन में तकरीबन 4 लीटर तक पानी पिएं. घर से बाहर निकलते वक्त भी पानी पिएं. इससे शरीर में ऑक्सीजन की सप्लाई सही बनी रहेगी और वातावरण में मौजूद जहरीली गैसें अगर ब्लड तक पहुंच भी जाएंगी तो कम नुकसान पहुंचाएंगी.
विटामिन C वाली चीजें खाएं
खाने में जितना हो सके विटामिन-C, ओमेगा-3 को प्रयोग में लाएं. शहद, लहसुन, अदरक का खाने में ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें. खांसी, जुकाम की स्थिति में शहद और अदरक के रस का सेवन करें. अगर घर से बाहर निकलना आपकी मजबूरी है तो घर आने के बाद गुनगुने पानी से मुंह, आंखें और नाक साफ करें. बाहर से आने के बाद भाप भी ले सकते हैं.