हाथरस के बिटिया प्रकरण में आज लखनऊ हाईकोर्ट में सुनवाई है। इसमें बिटिया के परिजनों को पेश होना है। कड़ी सुरक्षा के बीच आज सुबह बिटिया के परिवार वाले लखनऊ के लिए रवाना हो गए। एसडीएम अंजलि गंगवार ने कहा कि मैं उनके साथ जा रही हूं। सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए गए हैं। डीएम और एसपी भी हमारे साथ हैं।
बता दें कि न्यायालय ने उच्चाधिकारियों के अलावा डीएम और एसपी को भी तलब किया है। शनिवार को बिटिया के परिवार वाले सुबह से ही यह उम्मीद लगाए बैठे थे कि रविवार को ही अधिकारी उन्हें लखनऊ ले जाएंगे। कोई अधिकारी सुबह इस सिलसिले में उनसे मिलने नहीं पहुंचा। दोपहर बाद जब पुलिस अधिकारियों ने उनसे यह कहा कि वह अब लखनऊ चलें तो परिवार वालों ने स्पष्ट रूप से मना कर दिया कि रात्रि में खतरे को देखते हुए वह नहीं जाएंगे।
ऐसे में यह तय हुआ कि अब सोमवार की सुबह ही पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच उन्हें लखनऊ ले जाया जाएगा। इधर, अधिकारी भी हाईकोर्ट के समक्षअपना पक्ष रखने के लिए तथ्य एकत्रित करने व जवाब दाखिल करने के लिए जुटे रहे। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि डीएम और एसपी खुद कोर्ट के समक्ष पेश होंगे या उनकी ओर से उनका कोई अधीनस्थ उनका पक्ष रखने के लिए वहां जाएगा।
पूरे देश में चंदपा क्षेत्र की बिटिया के साथ हुई दरिंदगी का मामला सुर्खियों में है। हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने इस पर स्वत: संज्ञान लेते हुए प्रदेश स्तरीय कुछ उच्चाधिकारियों के अलावा डीएम और एसपी को भी तलब किया है। कोर्ट ने पीड़ित परिवार को भी बुलाया है। इसकी जानकारी खुद प्रभारी जिजा जज ने बिटिया के परिजनों को जाकर दी थी। पुलिस अधिकारियों ने भी कहा था कि कड़ी सुरक्षा के बीच पीड़ित परिवार के लोगों को लखनऊ ले जाया जाएगा।
ऐसे में पीड़ित परिवार के सदस्यों ने लखनऊ जाने के लिए सुबह से तैयारी भी कर ली थी, लेकिन वहां मौजूद किसी अधिकारी ने इस बारे में उनसे कोई बात नहीं की। दोपहर को कोतवाली निरीक्षक सिकंदराराऊ प्रवेश राणा ने वहां पहुंचकर उन्हें बताया कि वह अब लखनऊ चलें और एसडीएम, सीओ के साथ कड़े सुरक्षा इंतजाम के बीच उन्हें लखनऊ ले जाया जाएगा तो परिजनों ने स्पष्ट मना कर दिया। परिजनों का कहना था कि वह रात्रि में लखनऊ नहीं जाएंगे। उन्हें बेहद खतरा है।
बिटिया के भाई का कहना था कि उनसे पहले यह कहा गया था कि शनिवार की सुबह दस बजे के करीब उन्हें लखनऊ ले जाया जाएगा। वह सुबह से ही तैयार थे, लेकिन इसे लेकर कोई अधिकारी नहीं आया। वहीं बिटिया की भाभी का कहना था कि पुलिस-प्रशासन परिवार के पांच लोगों को ले जाने की बात कह रहा है। वह चाहती हैं कि उनके कुछ रिश्तेदार और लखनऊ जाएं। इस पर कोतवाली निरीक्षक सिकंदराराऊ ने अधिकारियों से बातचीत की। तब यह तय हुआ कि अब सोमवार की सुबह करीब पांच बजे कड़ी सुरक्षा में लखनऊ ले जाया जाएगा। वहां यह कोर्ट के समक्ष पेश होंगे।
रविवार को यह चर्चा भी हुई कि सीएम योगी आदित्यनाथ भी पीड़ित परिवार से लखनऊ में मिलेंगे। इस सिलसिले में जब पीड़ित परिवार से बात की गई तो बिटिया के पिता का कहना था कि सीएम यदि उन्हें बुलाकर उनका दुख दर्द पूछेंगे तो वह सीएम को भी अपनी पीड़ा व पूरी घटना बता देंगे। उन्हें तो न्याय चाहिए। यह तथ्य भी उल्लेखनीय है कि सीएम पहले भी बिटिया के पिता से फोन पर बात कर चुके हैं।