समाजवादी पार्टी में अपनी तथा मुलायम सिंह यादव की अनदेखी से आहत होकर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) का गठन करने वाले शिवपाल सिंह यादव का दावा है कि सपा-बसपा गठबंधन से भाजपा को मदद मिलेगी।
शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि भाजपा को हराने के लिए सेक्युलर फ्रंट की जरूरत है, बिना हमारे सपा-बसपा गठबंधन भाजपा को नुकसान नहीं पहुंचा पाएगी। शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि यह गठबंधन बिना हमारे अधूरा है। उत्तर प्रदेश में भाजपा को हराने के लिए सेक्युलर फ्रंट की जरूरत है।
शिवपाल सिंह यादव ने समाजवादी पार्टी में शामिल होने की संभावना से तो इनकार कर दिया था, लेकिन इस गठबंधन में शामिल होने की इच्छा जरूर जाहिर की थी। शिवपाल ने कहा कि प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का सपा में विलय करने या मेरी सपा में वापसी का कोई सवाल ही नहीं उठता। मैं भाजपा जैसी सांप्रदायिक शक्ति को सत्ता से दूर रखने के लिए समान विचारधारा वाली पार्टियों से गठबंधन करने को तैयार हूं। मगर वह भी तब होगा, जब हमें सम्मानजनक संख्या में सीटें मिलेंगी। उन्होंने कहा कि प्रसपा के गठन के बाद उन्होंने उत्तर प्रदेश के लगभग हर जिले का दौरा किया है। हर जगह उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली हैं। अगर किसी पार्टी से गठबंधन नहीं हुआ तो प्रसपा प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी।कल लखनऊ में मायावती ने कहा था कि गठबंधन में शिवपाल सिंह यादव को इसलिए शामिल नहीं किया गया है क्योंकि भाजपा शिवपाल की पार्टी को फंड दे रही है। शिवपाल सिंह यादव की पार्टी का गठन केवल वोटों को बांटने के लिए साजिश है।
बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की कुल 80 लोकसभा सीटों में से 38-38 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेंगी। इन दोनों पार्टियों ने राज्य की दो सीटें छोटी पार्टियों के लिए छोडी हैं, जबकि अमेठी और रायबरेली की दो सीटें कांग्रेस पार्टी के लिए छोडऩे का फैसला किया है।
बिना पैसे के गठबंधन में हमें शामिल कर लो : शिवपाल
सपा-बसपा गठबंधन की घोषणा में बसपा सुप्रीमो मायावती के बयान पर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल ङ्क्षसह यादव ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग हमें भाजपा की बी टीम कह रहे हैं। इन्हें यह भी पता नहीं कि इनका जन्म नहीं हुआ होगा, हम तब से बीजेपी से लड़ते आ रहे हैं। एक बात और जो पैसे की बात कह रहे हैं, टिकट कौन बेच रहा है। इसे सब जानते हैं। यदि ऐसा नहीं है तो बिना पैसे के हमें गठबंधन में शामिल कर लो। बगैर नाम लिए सपा व बसपा को उन्होंने आगाह भी किया कि भाजपा को सत्ता से हटा पाना प्रगतिशील सपा व बहुजन मुक्ति पार्टी के बिना संभव नहीं है। हम समान विचारधारा के दलों के साथ भाजपा को सत्ता से हटाने के लिए लोकसभा चुनाव पूरी ताकत से लड़ेंगे।