नई दिल्ली,(एजेंसी) 09 मार्च । आम आदमी पार्टी (आप) के थिंक टैंक माने जाने वाले योगेंद्र यादव फिर से अन्ना हजारे की शरण में जा सकते हैं। यादव हजारे के साथ जुड़कर किसान आंदोलन के जरिए अपना भविष्य तलाशने के मूड में नजर आ रहे हैं। यादव अन्ना के साथ फिर से जुड़ भी पाएंगे या नहीं यह पूरी तरह से अन्ना हजारे पर निर्भर करता है। बहरहाल आज योगेंद्र यादव के अन्ना से मिलने की संभावना है।
गौरतलब है कि बीते दिनों ‘आप’ ने अपने दो सीनियर नेताओं योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण को पार्टी की राजनीतिक मामले की समिति (पीएसी) से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। इसके बाद भी पार्टी में तूफान शांत नहीं हुआ है और कई नेता दोनों को पीएसी में फिर शामिल करने की मांग कर रहे हैं।
योगेंद्र यादव आज महाराष्ट्र के वर्धा स्थित सेवाग्राम में होने वाले किसान सम्मेलन में हिस्सा लेने जा रहे हैं। सम्मेलन में देशभर के किसान नेता शरीक होंगे। यह जानकारी खुद यादव ने ट्वीट कर दी। संभावना है कि इस सम्मेलन में समाजसेवी अन्ना हजारे भी भाग लेंगे। सम्मेलन में केंद्र सरकार के भूमि अधिगृहण कानून के विरोध में आगे की रणनीति तैयार हो सकती है। वैसे अन्ना हजारे ने भी कहा है कि वह आज सामाजिक संगठनों के नेताओं से मिलकर भूमि अधिगृहण कानून के विरोध में की जाने वाली पदयात्रा की तारीख निर्धारित करेंगे। अन्ना ने कहा कि सरकार को यह कानून वापस लेना चाहिए।
संभावना है कि यादव या तो सम्मेलन या फिर सम्मेलन के बाद अन्ना हजारे से मिलकर आंदोलन में साथ जुड़ने पर बात कर सकते हैं। देखना अहम होगा कि अन्ना हजारे यादव को अपने साथ आने की परमिशन देते हैं या फिर यादव को यहां से भी निराशा हाथ लगती है। पीएसी से बाहर निकाले जाने के बाद योगेंद्र यादव खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। हालांकि यादव ने पार्टी के लिए काम करते रहने का वादा भी किया था।