नई दिल्ली,(एजेंसी)23 अगस्त। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर की वार्ता में आतंकवाद पर पोल खुलने से सहमा पाकिस्तान आखिरकार बातचीत की मेज पर बैठने से पहले ही भाग गया। भारत के दो-टूक जवाब से तिलमिलाए इस्लामाबाद ने एनएसए सरताज अजीज का दौरा रद कर दिया है। शनिवार देर रात पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि भारत द्वारा शर्तें रखे जाने के कारण एनएसए स्तर की बातचीत नहीं हो सकती है। पाकिस्तानी उच्चायोग ने हुर्रियत नेताओं का रिसेप्शन भी रद कर दिया है। इससे पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मीडिया से बात करते हुए स्पष्ट कर दिया था कि भारत आतंकवाद के अलावा और किसी दूसरे मुद्दे पर चर्चा नहीं करेगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने बातचीत रद करने के पाकिस्तान के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है।
अजीज को करारा जवाब
भारत के साथ बातचीत में कश्मीर के मुद्दा होने के सरताज अजीज के दावे की धज्जियां उड़ाते हुए सुषमा ने कहा कि यह उफा में दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच बनी सहमति के खिलाफ है। उन्होंने विस्तार से बताया कि 1998 से 2012 तक चले समग्र वार्ताक्रम के कुल आठ मुद्दों में कश्मीर भी शामिल था, लेकिन आतंक और ङ्क्षहसा के कारण यह परवान नहीं चढ़ सका। इसी कारण उफा में दोनों प्रधानमंत्रियों ने सबसे पहले आतंकवाद और ङ्क्षहसा पर बात करने का फैसला किया। इसके लिए एनएसए स्तर पर बातचीत करना तय हुआ।
हुर्रियत राग से भारत खफा
पाकिस्तान ने एक सुनियोजित रणनीति के तहत वार्ता से पीछे हटने के लिए हुर्रियत कांफ्रेंस के नेताओं को अजीज से मुलाकात की खातिर दिल्ली आमंत्रित किया। इस वजह से भारत पिछले साल भी पाकिस्तान के साथ विदेश सचिव स्तरीय वार्ता रद कर चुका था। इस बार भी पाक द्वारा हुर्रियत को महत्व दिए जाने से भारत खफा हो गया। सुषमा ने साफ कर दिया कि पाकिस्तान यदि हुर्रियत नेताओं से मिलने और कश्मीर मुद्दे को उठाने की जिद पर कायम रहता है, तो कोई बातचीत नहीं होगी। उन्होंने अल्टीमेटम देते हुए कहा कि फैसला पाकिस्तान को करना है। उसके पास केवल आज रात का समय है।
पीछे क्यों हटा पाक
सरताज अजीज ने मीडिया के सामने बलूचिस्तान व पाकिस्तान के अन्य हिस्से की आतंकी घटनाओं में रॉ के शामिल होने का डोजियर दिखाया था। सुषमा ने इसका करारा जबाव देते हुए कहा कि उनके पास सिर्फ डोजियर है। हमारे पास तो जिंदा आतंकी नावेद है। पाकिस्तान के डोजियर को सिरे से खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि इसे मीडिया के सामने लहराया नहीं जाता है। यदि अजीज भारत आते तो नावेद को लेकर जवाब देना उनके लिए मुश्किल हो जाता।
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‘भारत ने वार्ता के लिए कोई पूर्व शर्त नहीं रखी थी। हमने हमेशा इस बात पर जोर दिया कि पाकिस्तान को शिमला समझौते और उफा में बनी सहमति का सम्मान करना चाहिए।’ -विकास स्वरूप, रात 11 बजे
‘आप आना चाहते हैं। हम बुलाना चाहते हैं। सरताज अजीज साहब तीसरे को पक्षकार मत बनाइए। आतंकवाद से आगे का दायरा नहीं बढ़ाइए। आपका स्वागत है। आप आइए।’ -सुषमा स्वराज, दोपहर बाद चार बजे
‘भारत के साथ आतंकवाद सहित सभी जरूरी मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। यह कौन नहीं जानता कि कश्मीर जरूरी मुद्दों में शामिल है। इसके बिना कोई भी बातचीत संभव नहीं है।’ -सरताज अजीज, दोपहर डेढ़ बजे