पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री व कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू के विधानसभा क्षेत्र में उनकी गुमशुदगी के पोस्टर लगाए गए हैं। नवजोत सिंह सिद्धू ने पूर्वी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीता था। इसी क्षेत्र में पोस्टर लगाए गए हैं, जिस पर गुमशुदा की तलाश लिखा गया है। साथ ही इसमें ढूंढने वाले को 50 हजार रुपये की राशि देने की घोषणा भी की गई है। बताना जरूरी है कि नवजोत सिंह सिद्धू विधानसभा क्षेत्र में बहुत कम आए हैं। इससे पहले वह अमृतसर से सांसद थे तो उस समय भी इस तरह के पोस्टर लगाए गए थे। उस समय वह भाजपा से सांसद थे।
ये पोस्टर जौड़ा फाटक के नजदीक स्थित रसूलपुर कलर में शहीद बाबा दीप सिंह जी सेवा सोसायटी के अध्यक्ष अनिल वशिष्ठ और उसके सदस्यों ने लगाए हैं। उनका कहना है कि नवजोत सिंह सिद्धू विधानसभा क्षेत्र में नहीं आते। लोग उन्हें तलाश रहे हैं।
वशिष्ठ ने कहा कि रसूलपुर कलर वह क्षेत्र है जिसे जौड़ा फाटक रेल हादसे के बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने गोद लेने की बात कही थी। इस क्षेत्र से संबंधित लोग ही रेल हादसे में मारे गए थे। उनके बच्चों को आसरा देने का सिद्धू ने वादा किया था। अफसोसनाक पक्ष यह है कि सिद्धू ने इन परिवारों की कभी कोई मदद नहीं की। वशिष्ट ने बताया कि उन्होंने तीन सौ पोस्टर लगाए हैं।
बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू 2017 के विधानसभा चुनाव में अमृतसर पूर्वी क्षेत्र से चुनाव जीते थे। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से टकराव और कैबिनेट मंत्री के पद से इस्तीफा देने के बाद वह काफी समय तक राजनीतिक रूप से ओझल रहे। उन्होंने अपने क्षेत्र में भी इक्का-दुक्का मौकों को छोड़कर जाना छोड़ दिया।
नवजाेत सिंह सिद्धू के गायब होने के पोस्टर के साथ बाबा दीप सिंह जी सेवा सोसायटी के सदस्य।
इससे पहले सिद्धू अमृतसर लोकसभा क्षेत्र से तीन बार भाजपा के सांसद रहे थे। इस दौरान भी क्षेत्र में कम आने के कारण उनके लापता होने के पोस्टर लगे थे। इसे सिद्धू के विरोधियों ने उनके खिलाफ सियासी हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया था। ऐसे में इस बार भी पूरी संभावना है कि विरोधी सिद्धू के खिलाफ इस तरह के पोस्टर लगाए जाने को मुद्दा बनाएंगे।