डायबिटीज यानी मधुमेह एक ऐसी बिमारी है, जिसे धीमे स्तर का जहर भी बोला जा सकता है. पूरी दुनिया में अगर सबसे अधिक इस बिमारी से जूझ रहे हैं तो वो है भारत. इंटरनेशनल डायबिटीज फेडरेशन के अनुसार, देश में साल 2019 तक मधुमेह के मरीजों की संख्या 7.7 करोड़ थी. अब ये संख्या और भी तेजी से बढ़ गई है. हाल ही में एक रिपोर्ट सामने आई थी कि मधुमेह के मरीज कोरोना संक्रमन का शिकार जल्दी हो रहे हैं और इसका कारण से उनकी मृत्यु का खतरा भी बढ़ गया है. वैसे मधुमेह को पूरी तरह से समाप्त तो नहीं किया जा सकता है, लेकिन दवाइयों या फिर घरेलू इलाज को आजमाकर उसे काबू जरूर किया जा सकता है. इन घरेलू इलाजों में तेजपत्ता का उपयोग भी शामिल है. तेजपत्ते से न केवल मधुमेह के मरीजों को लाभ होता है बल्कि इसके और भी कई लाभ हैं.
टाइप-2 मधुमेह मरीजों के लिए फायदेमंद है तेजपत्ता
इस पत्ते का उपयोग टाइप-2 डायबिटीज मरीजों के लिए काफी लाभदायक होता है. यह ब्लड शुगर के स्टार को नॉर्मल बनाए रखने में सहायता करता है. इससे हृदय को भी लाभ पहुंचता है. इसलिए डायबिटीज से पीड़ित लोगों को इसका उपयोग आवश्यक करना चाहिए.
पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है तेजपत्ता
पाचन संबंधी दिक्कतों के लिए तेजपत्ते का उपयोग काफी लाभदायक है. यह पेट से जुड़ी कई दिक्कतों से राहत दिलाने में मददगार होता है. इसके उपयोग से कब्ज, मरोड़ और एसिडिटी जैसी दिक्कतों से राहत मिल सकती है. प्रातः चाय के साथ भी इसका उपयोग कर सकते हैं.
अच्छी नींद के लिए बेहद लाभदायक है तेजपत्ता
अगर आप नींद न आने की दिक्कत से जूझ रहे हैं तो रात्रि सोने से पहले तेजपत्ते के ऑइल की कुछ बूंदों को पानी में मिलाकर पिएं. इस पानी से आपको अच्छी नींद आएगी.
आंखों की दिक्कत को कर सकता है दूर
तेजपत्ते को मालाबार पत्ता के नाम से भी जाना जाता है. इसमें विटमिन-ए और विटमिन-सी मिलता है और ये तो आप सभी जानते ही होंगे कि विटमिन-ए हमारी आंखों से जुड़ी दिक्कतों को दूर करने का कार्य करता है. जबकि विटमिन-सी बॉडी में व्हाइट ब्लड सेल्स की संख्या बनाए रखने में सहायता करता है. वहीं, व्हाइट ब्लड सेल्स बॉडी की इम्यूनिटी को मजबूत बनाता हैं.