नई दिल्ली, खबर इंडिया नेटवर्क रिपोर्ट : बीजेपी ने चार राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन करते हुए कांग्रेस को 4-0 से करारी मात दी है। पार्टी ने राजस्थान और मध्य प्रदेश में भारी बहुमत से विजय हासिल की और छत्तीसगढ़ में सत्ता बरकरार रखने के साथ ही दिल्ली में सरकार बनाने के करीब पहुंच गई। दिल्ली विधानसभा के नतीजे सबसे ज्यादा चौंकाने वाले रहे। पहली बार चुनाव मैदान में उतरी आम आदमी पार्टी ने चुनाव के मैदान में कांग्रेस का सूपड़ा ही साफ कर दिया और भाजपा को बहुमत के जादुई आंकड़े तक पहुंचने से रोक दिया। आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने तीन बार की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को पटखनी देकर बड़ा उलटफेर किया।
AAP ने डुबोया कोंग्रेस को
दिल्ली विधानसभा चुनाव में 15 साल बाद शीला दीक्षित कांग्रेस को चौथी बार सत्ता दिलाने में विफल रहीं। भाजपा बहुमत के जादुई आंकड़े (36) को छूने में नाकाम रही और उसे सरकार बनाने के लिए चार सीटों का जुगाड़ करना होगा। अगर भाजपा ऐसा करने में नाकाम रही तो प्रदेश में राष्ट्रपति शासन के हालात पैदा हो सकते हैं। चुनाव आयोग से जारी अंतिम परिणाम के मुताबिक भाजपा को 31, आम आदमी पार्टी को 28 और कांग्रेस को 8 सीटें मिली हैं। शिरोमणि अकाली दल को एक, जेडीयू को एक और निर्दलीय को एक सीटें मिली हैं। आम आदमी पार्टी ने तूफानी पारी खेलते हुए कांग्रेस को सत्ता से बाहर कर दिया है, वहीं भाजपा सबसे ज्यादा सीटें जीतकर दौड़ में सबसे आगे है। नई दिल्ली सीट से केजरीवाल ने मुख्यमंत्री शीला को करारी शिकस्त देकर दिल्ली की सियासत में नया इतिहास लिख दिया है।
जीत की हैट्रिक के साथ शिवराज बरकरार
मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने लगातार तीसरी जीत दर्ज कर हैट्रिक बनाकर नया इतिहास रचा है। यह पहला मौका है जब किसी गैर कांग्रेसी दल ने लगातार तीसरी जीत दर्ज की हो। भाजपा ने 165 स्थानों पर जीत हासिल कर ली है। राज्य के 230 विधानसभा क्षेत्रों में से भाजपा पिछले चुनाव से कहीं ज्यादा 165 स्थानों पर जीत हासिल कर चुकी है। वहीं प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस पिछले चुनाव के आंकड़े 71 से भी नीचे पहुंच गई है। कांग्रेस ने 58 स्थानों पर जीत हासिल की है।
राजस्थान में बीजेपी की वापसी
राजस्थान में भाजपा को बहुमत से इतनी अधिक सीटें मिलने का अंदाजा शायद भाजपा को भी नहीं रहा होगा। लेकिन प्रदेश की जनता ने 199 सीटों पर हुए चुनाव में एकपक्षीय बहुमत (163 सीट) वसुंधरा के हाथों में सौंप दिया है। कांग्रेस के अशोक गहलोत सरकार की ओर से किए गए तमाम विकास के दावों को नकारते हुए प्रदेश में 5 वर्ष बाद फिर कमल को खिला दिया। भाजपा ने वर्ष 1998 के रिकॉर्ड को तोड़कर 162 सीटों पर जीत दर्ज की और राज्य के चुनावी इतिहास में नाम दर्ज करा दिया। ताजा और अंतिम चुनाव परिणाम के मुताबिक भाजपा को 162 (84 सीटों का फायदा), सत्तारुढ़ कांग्रेस को 21 (74 सीटों का नुकसान) और अन्य दलों को 16 (10 सीटों का नुकसान) सीटों पर जीत मिली है।
छत्तीसगढ़ में भाजपा की हैट्रिक
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने रमन सिंह के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार को कड़ी चुनौती पेश की। कांटे की टक्कर में आखिरकार भाजपा ने विधानसभा चुनाव में फिर से जीत दर्ज कर ली और रमन सिंह हैट्रिक बनाने में कामयाब हुए। ताजा व अंतिम परिणाम के मुताबिक, 90 सीटों वाली छत्तीसगढ़ विधानसभा में भाजपा को 49 (एक सीट का नुकसान) और कांग्रेस को 39 सीटें (एक सीट का फायदा) मिली हैं। अन्य को पिछले चुनाव की तरह इस बार भी 2 सीटों से संतोष करना पड़ा। अन्य में एक सीट बसपा के खाते में आई। जैजेपुर से बसपा के केशव चंद्रा जीते। वहीं निर्दलीय प्रत्याशी विमल चौपड़ा ने महासमुंद सीट से जीत दर्ज की।