लखनऊ,एजेंसी-2 अगस्त | उत्तर प्रदेश सरकार ने शनिवार को मीडिया में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ सहारनपुर हिंसा के आरोपी की आई फोटो व खबर को भ्रामक और तथ्यहीन करार देते हुए अपनी सफाई पेश की है। सरकार के प्रवक्ता ने कहा है कि जनता को गुमराह करने व राज्य सरकार की छवि धूमिल करने के इरादे से कतिपय तत्व इस फोटो को प्रचारित कर रहे हैं।
प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार के लिए कानून-व्यवस्था सवरेपरि है और इसको लेकर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। प्रवक्ता ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी हो चुकी है और इस सम्बन्ध में कानूनसम्मत कार्रवाई की जा रही है। सहारनपुर में अमन-चैन बाधित करने वाले अपराधियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री से प्रत्येक दिन तमाम लोग मुलाकात करते हैं। जिस फोटो में आरोपी को मुख्यमंत्री के साथ दिखाया गया है, उसमें अन्य लोग भी नजर आ रहे हैं। ऐसे में फोटो को आधार बनाकर बेबुनियाद टिप्पणी करना स्वस्थ लोकतांत्रिक परम्पराओं का परिचायक नहीं है।
गौरतलब है कि सहारनपुर में हुई हिंसा के मास्टरमाइंड मोहर्रम अली उर्फ पप्पू की मुख्यमंत्री के साथ वाली फोटो और उससे संबंधित खबर आज कई समाचार पत्रों में छपी है। इस खबर के अनुसार पप्पू ने सपा के पूर्व मंत्री संजय गर्ग के साथ मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से एक अप्रैल को उनके सरकारी आवास, 5 कालीदास मार्ग पर मुलाकात की थी। उसी दिन संजय गर्ग ने सपा की सदस्यता ली थी। इससे पहले संजय गर्ग बसपा में थे तो पप्पू उनके साथ था।
इस विवादित फोटो में उस समय सहारनपुर के दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री राजेंद्र राणा और एक अन्य दर्जा प्राप्त मंत्री सरफराज खान भी मौजूद थे। इस मामले में संजय गर्ग का कहना है कि एक अप्रैल को उन्होंने सपा की सदस्यता ली थी और बहुत सारे लोग वहां मौजूद थे। संजय यह भी कहते हैं कि पप्पू ने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए प्रचार किया था और आज भी वह कांग्रेस पार्टी में है।