नई दिल्ली,एजेंसी -28 जून। भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज शुक्रवार को तीन दिवसीय बांग्लादेश यात्रा पूरी कर स्वदेश रवाना हो गईं। रवाना होने से पहले सुषमा ने ऐतिहासिक ढाकेश्वरी मंदिर में दोनों देशों के बीच बेहतर संबंधों के लिए प्रार्थना की। विदेश मंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद सुषमा का यह पहला विदेश दौरा था। समाचार पत्र ‘प्रथम आलो’ के मुताबिक, सुषमा स्वराज ने मंदिर में श्रद्धालुओं से बातचीत में कहा, “मैं खुले विचारों के साथ बांग्लादेश आई थी। भारत और बांग्लादेश के बीच अच्छे संबंध हैं और रिश्ता और बेहतर होगा। हमारे संबंधों में जो भी मुद्दे रुकावट बन रहे हैं मैं उनके समाधान का प्रयास कर रही हूं।” ढाकेश्वरी को बांग्लादेश की राजधानी शहर की अधिष्ठात्री देवी मानी जाती हैं।
मंदिर की यात्रा के बाद सुषमा ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री के दो सलाहकारों गौहर रिजवी और मसिहुर रहमान से मुलाकात की। वेबसाइट ‘बीडीन्यूज24 डॉट कॉम’ के मुताबिक, सुषमा ढाका स्थित शाहजलाल अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे से अपराह्न 1.30 बजे के करीब एयर इंडिया की विशेष विमान पर सवार हुईं। उनकी रवानगी के दौरान बांग्लादेशी विदेश सचिव मोहम्मद शाहिदुल हक हवाईअड्डे पर मौजूद थे। सुषमा के साथ भारतीय विदेश सचिव सुजाता सिंह और विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन मौजूद थे।
विदेश मंत्री ने अपनी यात्रा के दौरान बांग्लादेशी विदेश मंत्री अबुल हसन महमूल अली के साथ द्विपक्षीय मुद्दों पर वार्ता की और तीस्ता जल-बंटवारे तथा जमीन सीमा समझौते के जल्द निबटारे की उम्मीद जाहिर की। सुषमा ने इस दौरे पर राष्ट्रपति मोहम्मद अब्दुल हामिद, प्रधानमंत्री शेख हसीना, विपक्ष के नेता रौशन इरशाद से मुलाकात की। सुषमा ने बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की अध्यक्ष खालिदा जिया से भी मुलाकात की। वेबसाइट ‘बीडीन्यूज24’ के मुताबिक, ढाका के होटल सोनारगांव में सुबह 10.25 बजे शुरू हुई बैठक 40 मिनट तक चली।
कहा जा रहा है कि खालिदा ने मुलाकात के दौरान बांग्लादेश में लोकतंत्र के मौजूदा हालात को लेकर शिकायत की। सुषमा ने खालिदा से कहा कि भारत की नई सरकार बांग्लादेश की सरकार या बिना किसी पार्टी का पक्ष लिए बेहतर संबंधों पर ध्यान देना चाहती है। बीएनपी की स्थायी समिति के सदस्य अब्दुल मोईन खान और उपाध्यक्ष शमशेर मोबिन चौधरी ने इस बैठक को ‘सफल’ करार दिया। मोईन ने कहा, “बैठक के दौरान देश में लोकतंत्र के अभाव पर चर्चा की गई। तथाकथित संसद जनता के इच्छा को जाहिर नहीं करती।”
बीएनपी और इसके सहयोगी ने हालिया चुनाव का बहिष्कार किया था और संसदीय चुनाव गैर दलीय सरकार की निगरानी में कराए जाने की मांग की थी। इस बहिष्कार ने अवामी लीग के नेतृत्व वाले गठबंधन को शानदार जीत सुनिश्चित करा दी थी। इसके बाद से बीएनपी ने मौजूदा सरकार को ‘गैर निर्वाचित’ और ‘गैर लोकतांत्रिक’ करार दिया है। अधिकारियों के अनुसार, खालिदा जिया ने भारत की नई सरकार को बधाई दी। बीएनपी को उम्मीद है कि भारत-बांग्लादेश संबंध मजबूत होगा और दोनों देशों के बीच विवादित मुद्दे बातचीत के जरिए सुलझेंगे। खालिदा ने 2012 में अपने भारत दौरे के दौरान सुषमा से मुलाकात की थी।
भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने शुक्रवार को बांग्लादेशी प्रधानमंत्री शेख हसीना की बहन और बेटी से मुलाकात की। वेबसाइट ‘बीडीन्यूज 24’ के मुताबिक, शेख रिहाना और साइमा वाजिद हुसैन ने ढाका स्थित होटल सोनारगांव के सुषमा के कक्ष में सुबह 9.30 बजे प्रवेश किया। यह बैठक करीब आधे घंटे तक चली, लेकिन इस मुलाकात के बारे में कोई जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई।