नई दिल्ली,एजेंसी-27 जून | दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) ने शुक्रवार को विवादित चार वर्षीय स्नातक कार्यक्रम बदलने की घोषणा की। विश्वविद्यालय के मुताबिक नए सत्र में अब तीन वर्षीय पाठ्यक्रम के लिए दाखिला होगा। विश्वविद्यालय ने पिछले साल तीन वर्षीय स्नातक कार्यक्रम के स्थान पर चार वर्षीय स्नातक कार्यक्रम (एफवाईयूपी) शुरू किया था।
डीयू के कुलपति दिनेश सिंह ने एक बयान में कहा कि विश्वविद्यालय ने एफवाईयूपी को वापस लेने का निर्णय लिया है। उन्होंने एक बयान में कहा कि नए सत्र के लिए डीयू के सभी कॉलेजों में तीन वर्षीय स्नातक कार्यक्रम के तहत विद्यार्थियों का दाखिला लिया जाएगा, जो सत्र 2012-13 में प्रभावी था।
बयान में कहा गया, “सभी कॉलेजों के प्रचार्यो से उम्मीद की जाती है कि वे दाखिला प्रक्रिया को तेजी से पूरा करने में मदद करेंगे।” सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय को यह एहसास हुआ कि यूजीसी और डीयू के बीच की तनातनी की वजह से विद्यार्थियों का रुका हुआ दाखिला जल्द से जल्द शुरू किया जाना सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा है।
इससे पूर्व यूजीसी के एक अधिकारी ने बताया कि डीयू जल्द से जल्द तीन वर्षीय स्नातक कार्यक्रम लागू करने के लिए तैयार हो गया है। यूजीसी द्वारा एफवाईयूपी को बदले जाने के आदेश के बाद आगामी सत्र के लिए डीयू के कॉलेजों में बीते मंगलवार से शुरू होने वाली दाखिला प्रक्रिया स्थगित कर दी गई थी, जिससे दाखिले के लिए प्रतीक्षारत लाखों विद्यार्थियों का भविष्य अधर में लटका हुआ था। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने यूजीसी और डीयू के गतिरोध के बीच स्पष्ट किया था कि किसी भी कीमत पर विद्यार्थियों के हितों की रक्षा की जाएगी।