नई दिल्ली,एजेंसी-26 जून। संकट से घिरे तिकरित के अधिकारियों को वहां के एक अस्पताल में काम करने वाली 46 नर्सो के सुरक्षित निकाल लिए जाने की उम्मीद है। रेड क्रास की अंतराष्ट्रीय समिति (आईसीआरसी) के प्रवक्ता ने इराक के इरबिल से बुधवार को यह जानकारी दी।
तिकरित पर इस्लामिक स्टेट इन इराक एंड ग्रेटर सीरिया (आईएसआईएस) के आतंकवादियों ने कब्जा कर लिया है। इस आतंकवादी संगठन से जुडे आतंकवादियों ने शहर में घुसने के बाद 11 जून को प्रांतीय सरकार के मुख्यालय पर कब्जा कर लिया।
आईसीआरसी पिछले एक सप्ताह से अस्पताल में फंसी नर्सो की सुरक्षा एवं संरक्षा की देखभाल कर रहा है। संगठन नर्सो को मोबाइल फोन और संबंधित जरूरी सामान आदि मुहैया करा रहा है ताकि वे अपने परिवार को सुरक्षा के बारे में जानकारी दे सकें।
अपने प्रयास के बारे में बताते हुए आईसीआरसी के प्रवक्ता सालेह देब्बाकेह ने कहा कि रेडक्रॉस के स्टाफ मेंबर नर्सो और इराक में भारतीय दूतावास के साथ लगातार संपर्क बनाए हुए हैं। देब्बाकेह ने कहा कि एक तटस्थ वार्ताकार के तौर पर हम नर्सो को टोलियों में निकालने का सुरक्षित रास्ता तलाशने का प्रयास कर रहे हैं।
आतंकवादियों और अधिकारियों की चर्चा में उठाए गए बिंदुओं पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि यह अत्यंत जटिल चीज है। उन्होंने कहा कि हम बातचीत जारी रखे हुए हैं लेकिन हम अभी वहां नहीं हैं।
आईसीआरसी ने कहा कि इराकी सरकार और आतंकवादियों के बीच हो रही बातचीत का ब्योरा नहीं दिया जा सकता क्योंकि इस तरह की सूचना जाहिर होने से नर्सो का अस्पताल से बाहर आने की संभावना पर प्रभाव पड़ सकता है।