नई दिल्ली,एजेंसी-25 जून | सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के पद से अपना नाम वापस ले चुके वरिष्ठ वकील गोपाल सुब्रह्मण्यम ने बुधवार को कहा कि उन्होंने यह कदम सिद्धांतों के कारण, सिद्धांत के विषय के रूप में और अपने सम्मान व गरिमा की रक्षा के लिए उठाया है। सुब्रह्मण्यम ने अपने कार्यालय में संवाददाताओं को से कहा, “मैं लगातार जांच-पड़ताल के लिए उपस्थित नहीं रह पाऊंगा। मैंने अपनी विश्वसनीयता बनाई है। गुप्तचर ब्यूरो ने 15 मई को मेरे नाम को हरी झंडी दे दी है। मुझे मेरे अलावा किसी से चरित्र का प्रमाणपत्र लेने की आवश्यकता नहीं है।”
सुब्रह्मण्यम ने मीडिया के सामने सत्यापन का उल्लेख करते हुए कहा, “कोई भी इस तरह के बकवास का सामना नहीं कर सकता था।” सुब्रह्मण्यम के अतिरिक्त वरिष्ठ वकील रोहिंटन नरीमन और दो उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों के नामों की सिफारिश सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में की गई थी। हालांकि, सरकार ने उनके अलावा सभी के नाम को हरी झंडी दे दी है।