नई दिल्ली,एजेंसी-24 जून। विदेश मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि इराक से अब अधिक स्पष्ट खबरें मिल रही हैं, जिसके अनुसार वहां संघर्ष वाले इलाकों में मौजूद भारतीय नागरिक सुरक्षित हैं, तथा उन्हें वहां से निकाले जाने का प्रयास किया जा रहा है। मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरूद्दीन ने कहा कि इराक में फंसे हुए भारतीय नागरिकों को वहां से निकाले जाने के प्रयास जारी हैं।
उन्होंने आगे कहा कि भारत सरकार इराक में मौजूद भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को लेकर लगातार चिंतित है और अब वहां से अधिक स्पष्ट खबरें मिल रही हैं। हमें बगदाद से मदद के 120 और नई दिल्ली स्थित हमारे नियंत्रण कक्ष को 300 अनुरोध मिले हैं। ये अनुरोध कई तरह की मदद से जुड़ी हुई हैं। इनमें से कुछ अनुरोध दोनों जगहों पर मिली हैं।
उन्होंने आगे बताया कि संघर्ष वाले इलाकों से 17 भारतीय नागरिकों को निकाला जा चुका है। संघर्ष वाले इलाकों में फंसे शेष भारतीय नागरिकों को वहां से निकाले जाने के लिए हम प्रयासरत हैं। उन्होंने यह भी बताया कि इराक में मौजूद 46 भारतीय नर्से भी सुरक्षित हैं।
विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि बगदाद स्थित भारतीय दूतावास को हेल्पलाइन पर 120 तथा नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय की हेल्पलाइन पर 300 से अधिक फोन काल सहायता के लिए मिली हैं। इनमें से इराक में 120 के साथ नई दिल्ली में सौ से अधिक काल इराक से लोगों को स्वदेश लाने के अनुरोध को लेकर है। इस तरह करीब सवा दो सौ लोगों ने इराक से लौटने की गुहार लगाई है जिनकी भारतीय मिशन के अधिकारी मदद करेंगे।
सूत्रों के अनुसार भारतीय मिशन एक दर्जन से ज्यादा इराकी कंपनियों के संपर्क में है तथा नजफ की एक कंपनी में कार्यरत दो से ढाई हजार भारतीयों में से 28 की इच्छा पर उन्हें स्वदेश भेजा जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि जिन भारतीय कामगारों ने लौटने की इच्छा जताई है वे संघर्ष क्षेत्र से बाहर के इलाकों में कार्यरत है और मात्र चिंता की वजह से लौटना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ऎसे हर व्यक्ति की मदद करेगी। सूत्रों के अनुसार इन कंपनियों से भारतीयों को रोजगार मुक्त कराने के लिए देश के सामान्य नियमों कानूनों का पालन करना जरूरी होगा।
एक भारतीय की मौत!
इराक के नजफ में एक भारतीय की दिल का दौरा पड़ने से हुई मौत को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भारत इस खबर की पुष्टि के लिए वहां भारतीय मिशन के संपर्क में है पर अभी तक संबंधित कंपनी की तरफ से कोई पुष्टि नहीं की जा रही। हो सकता है कि संबंधित कंपनी इस बाबत प्रक्रिया परी करने के बाद सूचित करें। फिर भी अगर ऎसी कोई घटना हुई है तो भारतीय के शव को स्वदेश लाने के लिए सभी तरह की मदद मुहैया कराई जाएगी। लेकिन फिलहाल सरकारी तौर पर निधन की पुष्टि नहीं की जा सकती।