लखनऊ,एजेंसी-23 जून | उत्तर प्रदेश में कंबाइड प्री मेडिल टेस्ट (सीपीएमटी) परीक्षा का पर्चा लीक होने के मामले को लेकर आखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने सोमवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की मांग की है।
इस सम्बध में एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंप कर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग उठाई है।
विभाग संगठन मंत्री सत्यभान भदौरिया ने कहा कि इस परीक्षा के लिए छात्र-छात्राएं हमेशा पूरी तैयारी करते हैं। इस परीक्षा का पर्चा लीक होने से छात्रों का मानसिक शोषण हुआ है और वे परेशान हैं। इस बात का ध्यान रखते हुए छात्रों को न्याय तभी मिलेगा, जब दोषियों के खिलाफ कार्रवाई हो।
उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर एबीवीपी ने पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। इस मामले में छात्रों का मानसिक शोषणा के साथ आर्थिक शोषण भी हुआ है। इस मुद्दे को प्रदेश सरकार को गंभीरता से लेना होगा। जिससे छात्रों का भविष्य न खराब हो।
गौरतलब है कि उप्र में रविवार को होने वाली सीपीएमटी परीक्षा के पेपर लीक होने के कारण परीक्षा रद्द कर दी गई थी। गाजियाबाद सहित प्रदेश में कई शहरों में रविवार को सीपीएमटी की परीक्षा होनी थी। अब यह परीक्षा 20 जुलाई को होगी।
लखनऊ,एजेंसी-23 जून। उत्तर प्रदेश विधानमंडल की बैठक में सोमवार को जमकर हंगामा हुआ। सदन में बजट पर बहस के दौरान बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सदस्यों ने बिजली कटौती को लेकर जमकर हंगामा किया और सदन से बहिर्गमन कर दिया।
दो दिनों के अवकाश के बाद सोमवार को 11 बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, बजट पर चर्चा के दौरान विधानसभा की कार्यवाही बाधित हुई।
बजट पर बहस के दौरान बिजली कटौती को लेकर बसपा सदस्यों ने हंगामा किया और उसके बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भी शोर-शराबा किया। बसपा के बाद भाजपा ने भी सदन से बहिर्गमन कर दिया।
बसपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्या ने कहा कि सरकार जब बिजली नहीं दे सकती तो फिर अन्य किसी मामले पर क्या बात की जाए। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने भी उनका समर्थन करते हुए सदन से बहिर्गमन कर दिया।