नई दिल्ली,एजेंसी-21 जून। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के रेल मंत्रालय के यात्री किराया और माल भाड़ा वृद्धि के फैसले की शुक्रवार को चौतरफा आलोचना हुई। अधिकांश विपक्षी दलों ने कहा कि इससे आसमान छूती महंगाई और बेलगाम हो जाएगी। रेलवे में किराया कम करने और लंबे समय तक इसमें कोई वृद्धि नहीं करने के लिए चर्चित रहे पूर्व रेल मंत्री एवं राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख लालू प्रसाद ने दावा किया कि नरेंद्र मोदी नीत सरकार रेलवे को निजी हाथों में सौंपना चाहती है।
संवाददाताओं से बातीचत करते हुए राजद नेता ने कहा, “यह मोदी सरकार का लोगों को पहला बड़ा झटका है। इस तरह की वृद्धि अप्रत्याशित है। जब भी भाजपा सत्ता में आती है मूल्य वृद्धि साथ में लाती है।” अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में रेल मंत्री का दायित्व निभा चुके जनता दल-युनाइटेड के नेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, “यह कोई सामान्य वृद्धि नहीं है, यह भारी वृद्धि है। वे (सरकार) उस समय जब संसद का सत्र आसन्न है तब किराया में वृद्धि कर एक गलत परंपरा की नींव डाल रहे हैं।”
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नेता बृंदा करात ने कहा कि इससे लोगों पर बोझ पड़ेगा। उन्होंने कहा, “पहले से ही मूल्य वृद्धि से जूझ रहे लोगों पर यह भारी बोझ डालेगा।” सरकार ने शुक्रवार को सभी श्रेणियों के रेल यात्री किराए में 14.2 प्रतिशत और माल भाड़े में 6.5 प्रतिशत की वृद्धि करने की घोषणा की। रेल मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति में कहा है कि नया किराया-भाड़ा 25 जून से लागू हो जाएगा।