लखनऊ,एजेंसी-30 मई | उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में दो किशोरियों से सामूहिक दुष्कर्म के बाद उनकी हत्या करके शवों को पेड़ से लटका दिया गया। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस मामले पर राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है| उधर मायावती ने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की है| मायावती ने लखनऊ में एक प्रेस कांफ्रेंस में अखिलेश सरकार पर हमला करते हुए कहा कि ‘यूपी में कानून व्यवस्था चरमराई हुई है| यूपी में जंगलराज कायम है| इतनी बड़ी घटना की सीबीआई जांच होनी चाहिए.’ उन्होंने यूपी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि इस मामले को लेकर सरकार गंभीर नहीं है| इस घटना के बाद राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए|
उन्होंने एसपी पर निशाना साधते हुए कहा, “सपा के मंत्री गुंडागर्दी को बढ़ावा देते हैं और इनके मुखिया दावा करते हैं कि उत्तर प्रदेश में विकास हो रहा है| यह घटना बदायूं के उसैत थाना क्षेत्र के कटरा गांव की है। गांव की 14 और 15 वर्षीया दो किशोरियों (चचेरी बहनों) के शव बुधवार को गांव के निकट एक पेड़ से लटके मिले। दोनों मंगलवार देर शाम शौच जाने के लिए निकली थीं और उसके बाद से लापता थीं।
परिजनों ने गांव के ही पप्पू, अवधेश और बृजेश व उनके दो अज्ञात दोस्तों पर सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या का आरोप लगाया है। साथ ही दो सिपाहियों-छत्रपाल व सर्वेश पर साजिश में शामिल होने की बात कही है। प्रभारी पुलिस अधीक्षक मान सिंह चौहान ने गुरुवार को बताया कि तीन नामजद आरोपियों- पप्पू, बृजेश और अवधेश व दो अज्ञात युवकों व दो सिपाहियों-छत्रपाल व सर्वेश के खिलाफ मामला दर्ज किया गया जिसमें पप्पू और सिपाही सर्वेश को अब तक गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।
सिंह ने कहा कि आरोप है कि परिजनों ने मंगलवार रात घटना की सूचना उसैत थाने के मुख्य आरक्षी छत्रपाल सिंह और सर्वेश कुमार को दी थी, लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने बताया कि घटना में इन दोनों पुलिसकर्मियों की संलिप्तता की जांच की जा रही है। दोनों को निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही लापरवाही बरतने के आरोप में उपनिरीक्षक राम विलास को भी निलंबित कर दिया गया।
घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव का माहौल है, जिसके मद्देनजर अतिरिक्त सुरक्षा बल की तैनाती की गई है।उधर, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पूरे मामले का संज्ञान लेते हुए गुरुवार शाम को उत्तर प्रदेश सरकार से घटना की रिपोर्ट तलब की। उत्तर प्रदेश सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पूरी घटना और प्रशासन की तरफ से अब तक की गई कार्रवाई के बारे में गृह मंत्रालय को सूचित कर दिया गया है। वहीं, राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ममता शर्मा ने गुरुवार को दिल्ली में संवाददाताओं से कहा कि आयोग ने स्वत: संज्ञान लेते हुए एक जांच टीम बदायूं भेजने का निर्णय लिया है, जो जमीनी हकीकत का पता लगाएगी।