नई दिल्ली,एजेंसी-30 मई | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि वह अपनी जीवन-कथा स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल किए जाने के खिलाफ हैं।
मोदी ने ट्विटर पर लिखा, “मैंने समाचारों में पढ़ रहा हूं कि कुछ राज्य स्कूली पाठ्यक्रम में नरेंद्र मोदी के जीवन-संघर्ष को शामिल करना चाहते हैं। मेरा यह दृढ़ विश्वास है कि जीवित लोगों की कहानियां स्कूली पाठ्यक्रम का हिस्सा नहीं होनी चाहिए।”
उन्होंने कहा, “भारत में महान शख्सियतों की कई कहानियां हैं, जिन्होंने भारत को वह बनाया है जो यह है। युवाओं को इन महान व्यक्तियों के बारे में पढ़ना चाहिए और उनका अनुसरण करना चाहिए।”
गुजरात और मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार स्कूली पाठ्यक्रम में मोदी के जीवन-संघर्ष को जोड़ने की योजना बना रही थी।
गुजरात सरकार ने गुरुवार को कहा था कि इसने मोदी की जिंदगी से जुड़े सभी महत्वपूर्ण पहलुओं को प्राथमिक स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने का फैसला किया है।
मध्य प्रदेश सरकार ने भी मोदी की जिंदगी को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने की बात कही थी।