नई दिल्ली,एजेंसी-14 मई। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी लोकसभा चुनाव-2014 के लिए हुए मतदान के त्रिशंकु नतीजे आने के बाद की स्थिति से निपटने की तैयारी में जुटे हैं। पिछले सप्ताह राष्ट्रपति ने विधि विशेषज्ञ फली नरीमन, सोली सोराबजी और सॉलिसिटर जनरल मोहन परासरन से इस संबंध में राय मांगी थी।
नतीजे आने के बाद सरकार बनाने के लिए होने वाली बैठकों में राष्ट्रपति की अहम भूमिका होगी। खासकर तब जब किसी भी दल या चुनाव पूर्व गठबंधन को 272 सीटें नहीं मिलती हैं तो। अगर किसी दल या गठबंधन को बहुमत साबित करने लायक सीटें हासिल हो जाती हैं, तो राष्ट्रपति की भूमिका सीमित हो जाती है। ऐसी स्थिति में राष्ट्रपति को सिर्फ दल या गठबंधन को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करना होता है। मतगणना पूरी होने के बाद चुनाव आयोग सभी नतीजों को राष्ट्रपति के समक्ष पेश करता है, जिसमें नतीजे घोषित होने के बाद एक या दो दिन का समय लगता है। इस बीच, राष्ट्रपति भवन में तैयारियां शुरू हो गई हैं। परिसर के एक कोने ने मीडिया कर्मियों के लिए टेंट लगा दिया गया है। साथ ही राष्ट्रपति भवन में सरकार के विदाई भोज की तैयारी भी जोरशोर से चल रही है।
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