मुम्बई,एजेंसी-13 मार्च। क्या बीजेपी के पीएम कैंडिडेट नरेंद्र मोदी पर अक्सर हमलावर रहने वाले अरविंद केजरीवाल पीएम पद के लिए उनका समर्थन कर सकते हैं? मुंबई में फंड मैनेजरों और स्टॉक ब्रोकर्स से मुलाकात के दौरान केजरीवाल ने एक सवाल के जवाब में कहा कि वह बहुत मजबूरी की स्थिति में पीएम पद के लिए मोदी को चुन सकते हैं।
नरीमन पॉइंट के बजाज भवन में केजरीवाल ने बुधवार को 50 फंड मैनेजर्स के साथ बैठक की। फंड मैनेजरों और स्टॉक ब्रोकर्स की इस बैठक के ठीक बाद केजरीवाल से सवाल किया गया था कि अगर उन्हें पीएम पद के लिए बीएसपी सुप्रीमो मायावती और नरेंद्र मोदी में से किसी एक को चुनना हो तो किसे चुनेंगे।
केजरीवाल इस सवाल का सीधा जवाब देने से बचते रहे, लेकिन फिर उन्होंने कहा, ‘मैं मोदी को चुनूंगा, लेकिन तभी अगर मेरे सिर पर बंदूक रखी हो।’ दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री से यह सवाल इन्वेस्टमेंट बैंकर और अंबुजा सीमेंट के पूर्व एम़डी अनिल सिंघवी ने किया था।
बकौल सिंघवी, ‘केजरीवाल शुरुआत में माया और मोदी में से किसी को न चुनने की बात करते रहे। लेकिन जब मैंने कहा कि देश को पीएम तो चुनना ही होगा, तो केजरीवाल ने कहा कि बहुत मजबूरी की सूरत में वह मोदी को चुनेंगे। हालांकि उन्होंने मोदी को चुनने का कोई कारण नहीं बताया।’
कुछ सवालों के गोलमोल जवाब देने के बाद भी सिंघवी केजरीवाल से काफी प्रभावित दिखे। उनके मुताबिक आम आदमी पार्टी के पास कोई ठोस आर्थिक नीति नहीं है, लेकिन उन्होंने उम्मीद जताई कि पार्टी समय के साथ परिपक्व होगी।
उद्योग जगत के प्रतिनिधियों के साथ इस मुलाकात में केजरीवाल पर लोकसभा चुनावों से जुड़े कई सवाल दागे गए। इस चर्चा में केजरीवाल का बार-बार इस चीज पर जोर था कि चुनाव में इस बार बहुमत किसी को नहीं मिलने जा रहा है।
इस कार्यक्रम का आयोजन करने वाले स्टॉक ब्रोकर रामदेव अग्रवाल भी केजरीवाल से काफी प्रभावित दिखे। रामदेव के मुताबिक केजरीवाल ईमानदार शख्स हैं और सिस्टम से करप्शन खत्म करने की उनकी बातों में दम नजर आता है।