नीलम, खबर इंडिया नेटवर्क -लखनऊ। दो नावों की सवारी अक्सर ही सवार को ले डूबती है। कुछ ऐसा ही नज़ारा देखने को मिलता है हमारी राजाधनी मे, जहा एक ओर युवा बिना हैलमेट के बाइक पर नज़र आये, तो कही ड्राइविंग के समय मैसेजिंग करने को भी फैशन मे किया शामिल।
एक समय था जब ड्राइविंग करते समय फोन पर बात करने से लोग कतराते थे, कि कही दुर्घटना न हो जाये। पर आज के युवा जहा एक तरफ हैलमेट न पहनने व फोन पर बात करने को फैशन मानते है,वही दूसरी ओर वे चलती बाइक पर मैसेजिंग करने को भी अपनी समझदारी मानने लगे है। खुद को बेहतर साबित करने की होड़ में वे ये भी भूल जाते है कि वे सड़क पर चल रहे है। वे भले ही अपने को दोनो कामो में निपुण समझते हों पर हकीकत तो यह है कि वे खुद अपनी को मौत को दावत दे रहे होते है। ऐसी असावधनिया कर्इ बार अपनी जिन्दगी के साथ-साथ कर्इ और जिन्दगियों को तबाह कर देती है।
युवाओ के ऐसे कारनामो और असावधनियों से कयी बार दो वाहनो का आपस मे टकराना या कोर्इ दुर्घटना हो जाना लाजमी है। इनकी जरा सी चूक अगले ही पल मौत का सबब बन जाती है। फिर भी ये युवा मौत का ऐसा खेल खेलने से परहेज नही करते।
जब हमने इस बारे में हजरतगंज में टैफिक पुलिस प्रभारी से बात की तो उन्होनें बताया कि अक्सर हमने बिना हैलमेट के कर्इ लोगो का चालान काटा है ,पर इस तरह के मामलों में हमने अभी तक 200-300 तक का जर्ुमाना ही वसूला है। साथ ही भविष्य में दोवारा गाड़ी चलाते समय फोन पर बात न करने की सख्त हिदायत दी है।
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