नई दिल्ली,(एजेंसी)22 जुलाई। आइपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी ने पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम समेत देश के तीन वरिष्ठ नेताओं व बीसीसीआइ के अपने पूर्व साथियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने बताया कि उनके सीने में देश के तीन वित्त मंत्रियों के क्रिकेट से जुड़े सबसे बुरे राज छिपे हैं। इन लोगों ने अपने राजनीतिक पद का दुरुपयोग किया है।
एक इंटरव्यू में ललित मोदी ने बताया कि कांग्रेस नेता व पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने बीसीसीआइ बॉस के जरिए उन पर दबाव डालकर अपने बेटे कार्ती के लिए करोड़ों की स्पांसरशिप चाही थी। 2009 में चेन्नई ओपन लान टेनिस टूर्नामेंट में कार्ती आइएमजी को होस्ट करने के केवल आठ करोड़ रुपये दे रहा था। तब आइएमजी ने टूर्नामेंट को यहां बंद करके मलेशिया ले जाने का मन बनाया। तब कार्ती ने अपने पिता चिंदबरम से हस्तक्षेप की अपील की।
उसके बाद चिदंबरम ने बीसीसीआइ प्रमुख एन.श्रीनिवासन को इस मामले को सुलटाने का जिम्मा सौंपा। तब श्रीनि उनके पास आए और अंतरराष्ट्रीय करार को बचाने में मदद करने को कहा। उसके बाद उन्होंने आइएमजी के प्रमुख एंड्रयू व्हाइटहेड से बात की। एड्रयू अगर भारत में टूर्नामेंट कराते तो उन्हें दस करोड़ रुपये का नुकसान होता। तब मैंने उनसे कहा कि वह आइपीएल को दक्षिण अफ्रीका में कराकर पहले ही बहुत दबाव में हैं।
वह केंद्रीय मंत्री की खातिर चेन्नई में ही टूर्नामेंट कराएं। मैंने उन्हें कारोबार दिलाने और इस नुकसान की भरपाई अन्य माध्यमों से कराने का वादा किया था। ललित मोदी ने चिदंबरम को चुनौती देते हुए कहा कि क्या वह इस बात से इन्कार कर सकते हैं। ललित मोदी ने कहा कि चिदंबरम ने उनके खिलाफ मन में गांठ बांध ली थी। वह श्रीनि खेमे के हैं। चिदंबरम उनसे इस बात से नाराज थे कि उन्होंने उनकी मर्जी के खिलाफ आइपीएल दक्षिण अफ्रीका में कराया। उन्होंने मुझे दक्षिण अफ्रीका में नाकाम करने की हर मुमकिन कोशिश की।
आयकर अधिकारियों ने की थी पूछताछ :
आइपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी ने स्वीकार किया कि कांग्रेस के शासनकाल में लंदन में भारतीय आयकर अधिकारियों ने उनसे लगातार पांच दिनों तक गहन पूछताछ की थी। मोदी ने बताया कि वरिष्ठ आयकर अधिकारियों के नेतृत्व में एक टीम लंदन आई और आइपीएल से जुड़े वित्तीय ब्योरों के बारे में उनसे कई सवाल पूछे। लेकिन इस पूछताछ में उन अधिकारियों को उनके खिलाफ कार्रवाई लायक कुछ भी नहींं मिला। उन्होंने कहा कि उस समय के वित्त मंत्री पी. चिदंबरम समेत सरकार तक को इस बारे में पता था। तो फिर वह लोग कैसे उन्हें भगोड़ा कह रहे हैं।
छोटा शकील से मिली थी धमकी :
आइपीएल के पूर्व कमिश्नर ने बेटिंग के धंधे से जुड़े कई रहस्य उजागर किए। उन्होंने क्रिकेट से जुड़े इस अपराध तंत्र की परत दर परत खोलनी शुरू की। मोदी के मुताबिक उन्होंने इस बेटिंग कारोबार से लोहा लेना शुरू किया तो उन्हें अंडरवल्र्ड डॉन छोटा शकील से धमकी मिली। उन्होंने कहा कि वह सïट्टा लगाए जाने के सख्त खिलाफ हैं।
ललित मोदी ने देश के सबसे ज्यादा नाम कमाने वाले क्रिकेट कप्तान पर भी उंगली उठाते हुए कहा, ‘मैं उन्हें कभी क्लीनचिट नहीं दूंगा।
ललित मोदी ने कहा कि वह क्रिकेट की गंदी राजनीति से जुड़े गहरे राज पहली बार खोल रहे हैं। उन्होंने क्रिकेट और बेटिंग के रिश्ते की परतें उधेड़ते हुए दावा किया कि मैच में हर दिन दस हजार करोड़ का सïट्टा लगता है। सेंट्रल लंदन के 117 सोलेन स्ट्रीट स्थित अपने चार मंजिला मकान में दिए इंटरव्यू में ललित ने बिना थमे 80 मिनट का इंटरव्यू दिया। ललित मोदी ने हरेक आरोप से जुड़े दस्तावेज और परिस्थितिजन्य साक्ष्य भी चैनल को सौंपे।