नई दिल्ली,एजेंसी-8 मार्च । दिल्ली की सातों संसदीय सीटों के लिए कांग्रेस के प्रत्याशियों की घोषणा शुक्रवार को नहीं हो पाई है। प्रदेश कांग्रेस द्वारा तैयार की गई दावेदारों की सूची को पार्टी आलाकमान ने लौटा दिया है। इस सूची में वर्तमान सांसदों के नाम शामिल थे। आलाकमान ने नई सूची बनाने के लिए कहा है, इससे यह कयास लगाए जा रहे हैं कि पार्टी वर्तमान सांसदों के टिकट काटने पर विचार कर सकती है।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, शुक्रवार को पार्टी आलाकमान ने कांग्रेस प्रत्याशियों के नाम पर विचार किया। इसमें दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा सौंपी गई सूची पर विचार किया गया, लेकिन सूची में वर्तमान सांसदों के अलावा किसी और का नाम न होने पर नाराजगी जताई गई। एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि यह सूची लौटा दी गई है।
गौरतलब है कि पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी की पहल पर पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा चुने गए प्रत्याशियों की सूची में दिल्ली के दोनों वर्तमान सांसद अजय माकन व जयप्रकाश अग्रवाल के नाम पर तो लगभग मुहर लग गई है। माकन के लिए जहां किसी ने भी पर्चा नहीं भरा, वहीं जयप्रकाश अग्रवाल के खिलाफ जगदीश टाइटलर ने पर्चा भरा था, जो उन्होंने वापस ले लिया।
वहीं, पूर्व विधायक राजेश लिलौठिया के नामांकन में खामियां पाए जाने के कारण रद कर दिया गया। ऐसे में जयप्रकाश अग्रवाल अकेले प्रत्याशी बचे हैं। इसलिए दोनों उम्मीदवारों के नाम तो फाइनल माने जा रहे हैं।
संभावना जताई जा रही है कि शेष पांच सांसद कपिल सिब्बल, संदीप दीक्षित, कृष्णा तीरथ, रमेश कुमार व महाबल मिश्रा के टिकट खतरे में पड़ सकते हैं। हालांकि इसकी संभावना बेहद कम है, लेकिन जिस तरह से आलाकमान ने प्रदेश कमेटी की सूची पर बेरुखी दिखाई है, इस संभावना से इनकार भी नहीं किया जा सकता।
सिब्बल व कृष्णा तीरथ केंद्रीय मंत्री हैं, जबकि संदीप दीक्षित केरल की राज्यपाल मनोनीत की गई व पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के पुत्र हैं और पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं। वहीं, दक्षिण दिल्ली के सांसद रमेश कुमार पूर्व सांसद सज्जन कुमार के भाई हैं, जबकि महाबल मिश्रा पहली बार पश्चिमी दिल्ली से सांसद चुने गए थे। इससे पहले वह इसी क्षेत्र से विधायक थे।