हैदराबाद, (एजेंसी)17 जून। तेलंगाना के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने ‘वोट के बदले नोट’ मामले में अपनी जांच तेज करते हुए तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के दो नेताओं को नोटिस भेजा है। वहीं, पार्टी अध्यक्ष तथा आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन.चंद्रबाबू नायडू को भी पूछताछ के लिए सम्मन जारी किए जाने की संभावना है।
एसीबी ने मंगलवार तेदेपा विधायक सांड्रा वेंकट वेरिया और एक अन्य नेता वी.नरेंद्र रेड्डी को नोटिस जारी किया, जो तेलंगाना विधान परिषद चुनाव में तेदेपा-भाजपा उम्मीदवार थे। उन्हें पूछताछ के लिए एसीबी के समक्ष पेश होने को कहा गया है।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव
चंद्रशेखर राव से एसीबी प्रमुख समेत कई अहम लोगों ने की मुलाकात
नरेंद्र रेड्डी बुधवार सुबह एसीबी कार्यालय के लिए निकले, वहीं तेलंगाना के विधायक वीरैया ने कहा कि उन्हें अभी नोटिस नहीं मिला है।
तेलंगाना के पुलिस महानिदेशक अनुराग शर्मा, एसीबी प्रमुख ए.के.खान और हैदराबाद के पुलिस आयुक्त महेंद्र रेड्डी ने बुधवार को तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव से मुलाकात की।
पुलिस महानिदेशक ने मंगलवार को भी तेलंगाना के मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी, जबकि खान ने उनसे दो बार मुलाकात की थी।
रेवंथ रेड्डी को एसीबी ने किया था गिरफ्तार
तेदेपा विधायक ए.रेवंथ रेड्डी को 31 मई को एसीबी ने गिरफ्तार किया था, जब वह विधायक एल्विस स्टीफन्सन को नरेंद्र रेड्डी के पक्ष में वोट करने के मामले में 50 लाख रुपये की पेशकश कर रहे थे।
स्टीफन्सन की शिकायत पर एसीबी ने जाल बिछाया था, जिसके तहत रेवंथ और उनके सहयोगी सेबेस्टियन हैरी तथा उदय सिन्हा को गिरफ्तार किया गया।
इधर, सात जून को उस वक्त विवाद शुरू हो गया, जब चंद्रबाबू नायडू और स्टीफन्सन के बीच टेलीफोन पर बातचीत का कथित ऑडियो टेप विभिन्न टेलीविजन चैनलों में जारी हुआ। तेलंगाना में तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) की सरकार ने इस घोटाले के पीछे आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू का हाथ होने का आरोप लगाया है।