भोपाल,(एजेंसी)17 जून। रमजान इबादतों का महीना है। इस पवित्र महीने में मोमिन पूरी शिद्दत से इबादत करते हैं। रमजान में नमाज से लेकर दुआ तक और सहरी से लेकर इफ्तार तक हर एक का वक्त निर्धारित होता है। तय वक्त में तय इबादत करना लोगों की प्राथमिकता होती है।
इसको ध्यान में रखते हुए इस बार कई विशेष मोबाइल एप लॉन्च किए गए हैं, जो तय वक्त पर इबादतों को अंजाम देने में मददगार साबित हो सकती है। इन एप्स में कुरान की तिलावत (पाठ) से लेकर सहरी और नमाज की टाइमिंग तक दी गई है। साथ ही दुआ के लिए स्पेशल एप भी मौजूद हैं। इन्हें गूगल प्ले स्टोर से निःशुल्क डाउनलोड किया जा सकता है।
गूगल प्ले स्टोर पर एक एनड्रॉयड एप सेजनैस ‘चिसगचह गेच’ नाम से मौजूद है। इस एप में सहरी और इफ्तार की टाइमिंग से लेकर नमाज की टाइमिंग भी शहरों के हिसाब से मौजूद है। इसके अलावा कुरान की आयतें और इनका तर्जुमा(अनुवाद) भी पढ़ा जा सकता है। हिस्नुल मुस्लिम किताब की दुआएं भी इस एप पर मौजूद हैं। साथ ही काबा शरीफ का लोकेटर भी है,जो दिशासूचक की तरह काम करता है।
इस्लामिक तारीखों का एक कैलेंडर भी इस एप का अहम फीचर है। एप में दुआओं का खजाना रमजान में पढ़ी जाने वाली दुआ के लिए भी एप मौजूद है। इसमें सारी मसनून दुआएं एक साथ मिल जाएंगी। गूगल प्ले स्टोर पर ‘चिसगचह गेच’ नाम से इसे डाउनलोड किया जा सकता है। इनमें सहरी और रोजे की नीयत की दुआ, तरावीह की दुआ समेत अन्य दुआएं अरबी व उर्दू भाषा में मौजूद हैं।
इफ्तारी की रेसेपी भी इबादत के साथ लजीज इफ्तारी बनाने के लिए भी ऐप की मदद ली जा सकती है। चिसगचह 2015 एप पर कई देशों के लजीज खानों का तरीका पता किया जा सकता है। मैन्यू में हर डिश बनाने का तरीका स्टेप बाई स्टेप मौजूद है। शरबत बनाने की रेसीपी भी इसमें मिल जाएंगी।
चांद देखने कमेटी की बैठक आज रमजान का चांद देखने के लिए रूआते हिलाल कमेटी की बैठक मोती मस्जिद में बुधवार को होगी। इसकी अध्यक्षता शहर काजी सैयद मुश्ताक अली नदवी करेंगे। चांद दिखने पर बुधवार रात से तरावीह की विशेष नमाज शुरू हो जाएगी। रोजे गुरूवार से शुरू होंगे। चांद नहीं दिखने पर रोजे शुक्रवार से होंगे। बोहरा समाज के रोजे बुधवार से शुरू हो जाएंगे।