रायपुर, (एजेंसी)17 जून। दो दिनों के छत्तीसगढ़ दौरे के आखिरी दिन मंगलवार को भी राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर प्रहार किया है। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि 15 लाख का सूटबूट पहनने वाले अब गरीबों के घर नहीं जाते। अगर वो कभी गांव जाएंगे तो मनरेगा हुए विकास की झलक उन्हे दिखाई देगी।
राहुल गांधी ने केंद्र के साथ ही राज्य के रमन सिंह सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार किसानों के शोषण में आगे और विकास में पीछे है। राहुल ने कहा, ‘राज्य में जिस तरह विकास हो रहा है, उससे किसानों और आम लोगों को कोई लाभ नहीं हो रहा है। केवल कुछ उद्योगपतियों को लाभ हो रहा है।
‘कसम खाने आया हूं’
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने आगे कहा कि कांग्रेस इस तरह का विकास चाहती है, जिसमें किसानों और आम लोगों का विकास हो। उन्होंने कहा, ‘मैं यह कसम खाने आया हूं कि किसी की भी जमीन उद्योग के लिए मुफ्त में नहीं ली जाएगी।’ राहुल ने यह बात साराडीह से बरभाठा तक की। उन्होंने पांच किलोमीटर लंबी पदयात्रा के दौरान क्षेत्र में बांध और कंपनियों से प्रभावित हुए लोगों से मुलाकात भी की। पदयात्रा सुबह सात बजे साराडीह के खरसियां से शुरू हुई और 11 बजे बरभाटा में समाप्त हो गई। कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि राहुल की पदयात्रा पहले 12 किलोमीटर प्रस्तावित थी, लेकिन सुरक्षा कारणों से उसे घटाकर पांच किलोमीटर कर दी गई।
मुलाकात और शिकायत का दौर
राहुल ने रास्ते में बस्तर के पोलावरम बांध प्रभावितों से लेकर नया रायपुर , लारा, एनटीपीसी, ऐथान, भिरौनी बराज, मड़वा विद्युत संयंत्र, डिलीमिली, आरकेएस, केएसके केलो परियोजना के प्रभावितों से मुलाकात की और इस दौरान प्रभावितों ने राहुल के सामने अपनी बातें रखी। साराडीह से बरभाठा तक पदयात्रा के दौरान महानदी पर बन रहे भिरौनी साराडीह बराज के प्रभावित ग्रामीणों ने उनसे मुलाकात की।
साराडीह में स्कूली छात्र-छात्राओं ने बरसात में स्कूल में पानी भर जाने की शिकायत राहुल से की। महिलाओं ने धान के कटोरे को रमन सिंह सरकार द्वारा उद्योग का कटोरा बनाए जाने की शिकायत की तो किसानों ने फसल खराब होने और भूखमरी का दुखड़ा रोया। राहुल के काफिले का गांवों में जगह-जगह परंपरागत तरीके से स्वागत किया गया। पदयात्रा में वरिष्ठ कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा, वीके हरिप्रसाद, टीएस सिंहदेव, भूपेश बघेल सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसी नेता शामिल थे।