नई दिल्ली,(एजेंसी)15 जून। ब्रिटेन के गृह मंत्रालय ने दावा किया कि आईपीएल के पूर्व चेयरमैन ललित मोदी को नियमों के मुताबिक यात्रा दस्तावेज जारी किया गया। मोदी को यह डॉक्युमेंट उनके पुर्तगाल जाने के लिए जारी किया गया था, जिससे वह अपनी बीमार पत्नी की मदद कर सकें।
ब्रिटेन के गृह विभाग ने बयान में कहा है, ‘हम आमतौर पर किसी निजी मामले की डीटेल्स पर टिप्पणी नहीं करते हैं। यह मामला उपयुक्त नियमों को ध्यान में रखकर आगे बढ़ाया गया था।’ भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और ब्रिटेन की लेबर पार्टी के एमपी कीथ वाज के अनुरोध पर मोदी को डॉक्युमेंट जारी किए जाने पर भारत में राजनीतिक विवाद छिड़ गया है।
स्वराज ने ट्वीट किया था कि उन्होंने ब्रिटिश नियमों के मुताबिक मोदी के ट्रैवल डॉक्युमेंट के अनुरोध पर विचार के लिए भारत में मौजूद ब्रिटिश हाई कमिश्नर जेम्स बेवन से बात की थी। हालांकि, हाई कमिशन ने इस मसले पर किसी भी तरह की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। ब्रिटिश होम ऑफिस इमिग्रेशन और पासपोर्ट, ड्रग पॉलिसी, क्राइम पॉलिसी और आतंकवाद से निपटने से जुड़े मामलों को देखता है।
ब्रिटिश अखबार ‘संडे टाइम्स’ की रिपोर्ट के मुताबिक, वाज ने ब्रिटिश वीजा और इमिग्रेशन के डायरेक्टर जनरल सारा रैप्सन को चिट्ठी लिखकर मोदी के ट्रैवल डॉक्युमेंट की प्रक्रिया तेज करने को कहा था। हालांकि, वाज ने इसमें किसी तरह की गलती या हितों के टकराव की बात से इनकार किया है। उनका कहना था कि उन्होंने मोदी के मामले को उसी तरह से लिया, जिस तरह से वह बाकी लोगों की मदद के लिए काम करते हैं।
‘संडे टाइम्स’ का यह भी दावा है कि वाज ने स्वराज का नाम हटाने के लिए कथित तौर पर दबाव भी डाला था। हालांकि, ब्रिटेन के पार्लियामेंट्री कमिश्नर फॉर स्टैंडर्ड्स कैथरीन हडसन ने वाज के खिलाफ शिकायत की जांच नहीं करने का फैसला किया है।
इस घटनाक्रम के वक्त भारत की विदेश सचिव रहीं सुजाता सिंह का कहना है कि वह किसी भी तरह से इस मामले में शामिल नहीं थी, जब विदेश मंत्री ने ब्रिटिश सरकार से मोदी के ट्रैवल डॉक्युमेंट्स पर विचार करने का अनुरोध किया था। सिंह के मुताबिक, हालांकि, यह मामला उनके नोटिस में लाया गया था। सुजाता सिंह को जनवरी में तय अवधि से 6 महीने पहले विदेश सचिव पद से हटना पड़ा था।