मुंबई,(एजेंसी)13 जून। पर्दे पर मुखर किरदारों को रंग देने वाली अभिनेत्री श्रद्धा कपूर का कहना है कि वास्तविक जीवन में वह बिल्कुल उलट हैं। वर्ष 2010 में अभिताभ बच्चन अभिनीत ‘तीन पत्ती’ से अभिनय की दुनिया में कदम रखने वाली श्रद्धा कहती हैं कि वह शर्मीले स्वभाव की हैं।
‘तीन पत्ती’ बॉक्स ऑफिस पर धमाल नहीं मचा पाई। इसके बाद श्रद्धा दो साल पहले ‘आशिकी 2’ में नवोदित गायिका के रूप में दर्शकों का ध्यान आकृष्ट करने में सफल रहीं। इस फिल्म में नायक आदित्य राय कपूर थे जिनके साथ श्रद्धा के रोमांस की खबरें भी आईं।
शर्मीला और संकोची स्वभाव होने का दावा करने वाली श्रद्धा को लगता है कि शोहरत उनके स्वभाव को बदल नहीं पाई और लोगों के बीच जाने पर आज भी उन्हें झिझक महसूस होती है।
श्रद्धा ने कहा ‘‘वास्तविक जीवन में मैं शर्मीले स्वभाव की हूं। मैं बहुत सोशल नहीं हूं। अपने परिवार वालों और मित्रों के साथ ही मैं खुल कर बात कर पाती हूं। वैसे मैं थोड़ा मुखर जरूर हुई हूं लेकिन दिल से आज भी संकोची हूं।’’
उन्होंने कहा ‘‘कई बार मुझे लगता है कि मुझे खुद को बदलना चाहिए और स्वयं को अच्छी तरह अभिव्यक्त करना चाहिए। लोग मुझे अक्सर ऐसा कहते हैं क्योंकि मैं एक कलाकार हूं लेकिन अगर मेरे पास कुछ कहने के लिए नहीं है तो मैं कह ही नहीं सकती। खुद को बदलने के लिए मुझे कुछ समय चाहिए।’’
‘एक विलेन’ की अदाकारा खुद को भाग्यशाली मानती हैं कि फिल्म उद्योग में उनकी छोटी सी ही सही, जो पहचान बनी है वह उनके काम की वजह से बनी है। इसका सबसे अच्छा उदाहरण उनकी अमिताभ बच्चन से मुलाकात है। श्रद्धा ने बताया ‘‘बच्चन के साथ अब मैं ज्यादा बेहतर महसूस करती हूं। मैं पीकू की सफलता पर आयोजित पार्टी में उनसे मिली और वह तो बहुत गर्मजोशी के साथ मुझसे मिले। मुझे बहुत ताज्जुब हुआ। मैंने उनके साथ ‘तीन पत्ती’ की थी। उनका सामना करने से मैं झिझक रही थी।’’
कई कलाकार अपनी फिल्मों की प्रमोशन संबंधी गतिविधियों को लेकर शिकायत करते हैं लेकिन श्रद्धा को अपने काम से जुड़ा यह पहलू अच्छा लगता है। फिलहाल वह ‘एबीसीडी 2’ के प्रमोशन में व्यस्त हैं।
रेमो डिसूजा के निर्देशन में बनी इस फिल्म में श्रद्धा के नायक वरूण धवन हैं. इस फिल्म को श्रद्धा अपने लिए खास मानती हैं क्योंकि पहली बार उन्होंने एक नृतकी की भूमिका निभाई है। ‘एबीसीडी 2’ वर्ष 2013 में बनी ‘एबीसीडी’ की सीक्वल है।