श्रीनगर,(एजेंसी)13 जून। हुर्रियत कांफ्रेंस के कट्टरवादी धड़े व अलगाववादी नेता सईद अली शाह गिलानी को आज नजरबंद कर लिया गया। रविवार के अलगाववादियों के प्रस्तावित सेमिनार को रोकने के मद्देनजर यह कदम उठाया गया है।
गौरतलब है कि सैयद अली शाह गिलानी ने पंजाब के अलगाववादियों को भी अपनी मुहिम में शामिल करने की कवायद के तहत 14 जून को एक सेमिनार का एलान किया है।
इसमें सिख अलगाववादियों के साथ कुछ ईसाई संगठनों के नेताओं को भी बुलाया जा रहा है। रविवार को प्रस्तावित इस सेमिनार के लिए अभी कोई जगह तय नहीं हैं। गिलानी ने इसे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एजेंडे के खिलाफ सभी अल्पसंख्यकों को जोड़ने का प्रयास बताया है।
उन्होंने कहा कि इस कड़ी में हमारा पहला सेमिनार 31 मई को हो चुका है। उसमें हमने सिर्फ कश्मीर में विभिन्न मुस्लिम संगठनों के अलावा कश्मीर बार एसोसिएशन के प्रतिनिधियों, बुद्धिजीवियों और मानवाधिकारवादियों को बुलाया गया था।
गिलानी ने कहा कि हिंदुस्तान में अल्पसंख्यक कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं। सिख भी हमारी तरह अल्पसंख्यक हैं और अपने हक के लिए लड़ रहे हैं। जम्मू में गत दिनों भिंडरावाले की बरसी पर पुलिस ने एक सिख युवक को गोली मार दी। यहां अल्पसंख्यकों को दबाया जा रहा है।
इसलिए हम सभी ने मिलकर अपने हक के लिए लड़ने, हिंदुस्तान में रह रहे अल्पसंख्यकों को संघ की साजिश से बचाने के लिए एक साझा रणनीति तैयार करने का फैसला किया है। हुर्रियत नेता ने कहा कि इसलिए हमने अपने सेमिनार में अकाली दल के चेयरमैन सिमरनजीत सिंह मान और दल खालसा के नेता कंवरपाल सिंह को बुलाया है।