भुवनेश्वर,(एजेंसी)13 जून। ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर के हल्दीपाड़ा इलाके में पुलिस की कार्रवाई से नाराज लोगों ने पुलिस टीम पर ही हमला कर दिया। यह सब यहां पर लेडी डॉन के नाम से मशहू सैल रणसिंघ नाम की महिला के इशारे पर हुआ। यहां लेडी डॉन सैल रणसिंघ अपना हुकूमत चलाती है। इस महिला के खिलाफ सिर्फ लक्ष्मी सागर ठाणे में आठ केस दर्ज हैं। इसके बावजूद पुलिस उसे आज तक गिरफ्तार नहीं कर पाई है। हालत यह है कि अब बस्ती वालों ने थाने में रिपोर्ट लिखवाना भी बंद कर दिया है।बताया जाता है कि सैल अपने गुंडों की मदद से कंगारु कोर्ट लगाकर बीच सड़क पर ही बस्ती के लोगों की पिटाई करती है।
दरअसल, हुआ यूं कि कुछ दिन पहले बस्ती में रहने वाले संतोष जेना नामक एक ब्यक्ति की रिश्तेदार युवती के साथ सैल रणसिंघ नाम की महिला (लेडी डॉन) के पुत्र टूटू रणसिंघ ने छेड़खानी की तो इन लोगों ने उसकी पिटाई कर दी। इसे लेकर सैल रणसिंघ ने अपने गुंडों द्वारा संतोष जेना को उल्टे किसी महिला के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाकर उसे हलदीपाड़ा बस्ती के एक डस्टविन के साथ रस्सी में बांध कर उसके ऊपर किरोसिन डालकर उसे जिंदा जलाने का आदेश दे दिया।
किसी ने इस बारे में पुलिस को 100 नंबर में सूचना दी। सब इंस्पेक्टर संतोष हांसदा कुछ सिपाहियों के साथ घटना स्थल पर पहुंच कर संतोष जेना को बचाने की कोशिश की। लेडी डॉन की ओर से कंगारु कोर्ट में सुनाए गए आदेश में दखल अंदाजी का नतीजा यह हुआ की सैल रणसिंघ के आदेश पर पुलिस वालों की ही वहां पिटाई शुरू कर दी गई। इसकी सूचना मिलते ही लक्ष्मीसागर ठाणे के अन्य स्टाफ भी इन पुलिस वालों को बचाने पहुंच गए तो थाने के इंस्पेक्टर रजत राय के साथ सभी पुलिस वालो को भी दौड़ा दौड़ा कर पीटा गया।
आरोपियों ने संतोष जेना एवं पुलिस की पिटाई का मोबाइल फोन से वीडियो क्लिप भी बनाया। अब तक इस मामले में दों महिलाओं के साथ वीडियो क्लिप बनाने वाले एक युबक को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। इस वीडियो क्लिप के आधार पर पुलिस ने 24 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। बस्ती में पुलिस फोर्स को तैनात कर दिया गया है एवं फरार सभी आरोपिओं की गिरफ्तारी के लिए तलाश जारी है। वहीं, सीएम ने भी इस घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस को इस पर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।अभी तक लेडी डॉन सैल रणसिंघ की गिरफ़्तारी नहीं हो पाई है।