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सीमा पार के सभी कैंपों को नष्‍ट करने की तैयारी में भारत


नई दिल्ली,(एजेंसी)13 जून। भारत अब म्यांमार की सीमा के भीतर चल रहे उग्रवादी कैंपों को पूरी तरह नष्ट करने की तैयारी में है। 17 जून को म्यांमार जा रहे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल वहां के अधिकारियों को उग्रवादियों के खिलाफ संयुक्त सैन्य कार्रवाई के लिए तैयार करने की कोशिश करेंगे। वे वहां राष्ट्रपति यू थिइन सिइन व अन्य शीर्ष नेताओं से भी मिलेंगे।

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सुरक्षा एजेंसी से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मंगलवार का सर्जिकल आपरेशन चार जून के सेना पर हमले का जवाब था। लेकिन उग्र्रवादियों पर लगाम लगाने के लिए सीमा पार स्थित उनके सभी कैंपों को नष्ट करना होगा। चूंकि म्यांमार सेना पहले भी भारतीय सेना के साथ मिलकर उग्र्रवादियों के खिलाफ अभियान चला चुकी है, इसलिए डोभाल को इस काम में मुश्किल नहीं आएगी।

इस बीच, केंद्र सरकार एनएससीएन (खापलांग) पर फिर से प्रतिबंध लगाने जा रही है। दरअसल 2001 के पहले यह प्रतिबंधित संगठनों की सूची में शामिल था। लेकिन भारत सरकार के साथ शांति वार्ता शुरू होने के बाद प्रतिबंध हटा लिया गया था। लगभग 14 सालों तक शांति वार्ता चलने के बाद इस साल मार्च में यह अचानक पीछे हट गया। माना जा रहा है कि किसी दूसरे देश के इशारे पर खापलांग ने शांति वार्ता तोड़ी थी। इसके बाद से यह लगातार सुरक्षा बलों पर हमले कर रहा है।

मारे गए थे 68 आतंकी
गृह मंत्रालय ने मंगलवार के ऑपरेशन में 68 उग्रवादियों के मारे जाने और 60 के घायल की पुष्टि की है। मंत्रालय ने ऑपरेशन के पूरी तरह सफल नहीं होने और इसमें 10 से भी कम उग्रवादियों के मारे जाने की मीडिया रिपोर्टों का खंडन किया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हमारे पास 68 उग्रवादियों के मारे जाने की पुख्ता जानकारी है। इनमें 19 उग्रवादियों को वहीं दफन कर दिया गया, जबकि 49 के शवों को दूसरी जगह ले जाया गया है। साथ ही 60 उग्रवादी घायल भी हुए हैैं। उग्रवादियों के बीच फोन पर हो रही बातचीत से भी इसकी पुष्टि होती है।

बांग्लादेश भी खदेड़ने लगा पूर्वोत्तर के उग्रवादियों को
शिलांग। बांग्लादेश ने भारत के पूर्वोत्तर में सक्रिय उग्रवादियों को अपने देश से खदेडऩा शुरू कर दिया है। सीमा सुरक्षा बल के एक वरिष्ठ अफसर ने बताया कि बांग्लादेश ने उग्रवादियों को उनके अस्थायी शिविरों से बेदखल करना शुरू कर दिया है। बीएसएफ इन शिविरों की जानकारी बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश को समय-समय पर देता रहा है। गुरुवार को दोनों संगठनों की सीमा समन्वय बैठक में इस बारे में जानकारी दी गई।

इस दौरान बीएसएफ ने बीजीबी को बांग्लादेश में चल रहे 39 अस्थायी शिविरों की सूची सौंपी। बीएसएफ ने बांग्लादेशी नागरिकों द्वारा घुसपैठ व चोरी, डकैती, अपहरण और तस्करी जैसे अपराधों में लिप्त होने का मुद्दा भी उठाया। बैठक में बीएसएफ के दल का नेतृत्व मेघालय फ्रंटियर इंस्पेक्टर जनरल सुदेश कुमार तथा बीजीबी के दल का नेतृृत्व अतिरिक्त महानिदेशक लतीफुल हैदर ने किया।


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