नई दिल्ली,(एजेंसी)13 जून। फर्जी डिग्री मामले में गिरफ्तार किये गये दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री जीतेन्द्र तोमर को आज साकेत कोर्ट में पेश किया जाएगा। तोमर की चार दिन की पुलिस हिरासत आज खत्म हो रही है। इन चार दिनों के दौरान दिल्ली पुलिस जांच के लिए तोमर को यूपी के फैजाबाद और बिहार के मुंगेर और भागलुपर लेकर गई थी।
पीटीआई के मुताबिक फर्जी एजुकेशनल डिग्रियां रखने के आरोप में गिरफ्तार दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर ने बिहार के मुंगेर से लॉ का एग्जाम क्लियर किया था। इस बात की पुष्टि की गई कि तोमर ने 1998-99 में बिहार के एक कॉलेज से लॉ की परीक्षा पास की थी।
फर्जी एजुकेशनल सर्टिफिकेट्स की जांच के सिलसिले में तोमर को दिल्ली पुलिस की टीम मुंगेर के विश्वनाथ सिंह लॉ कॉलेज लेकर पहुंची। जांच के दौरान वहां मौजूद रहे अधिकारियों ने नाम गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि कॉलेज के रजिस्टरों से यह खुलासा हुआ है कि तोमर का इस कॉलेज में सत्र 1994-95 में रोल नंबर-10136 के तहत एनरोलमेंट हुआ था।
जांच में यह भी पाया गया कि जितेंद्र सिंह तोमर 1994-95 और 1995-96 के दो सत्र में लॉ की परीक्षा में एपीयर भी हुए थे, लेकिन वह सेशन 1996-97 की परीक्षा में शामिल नहीं हुए, क्योंकि वह फेल हो गए थे। बाद में सेशन 1998-99 में वह फिर से इस एग्जाम में शामिल हुए और उन्होंने लॉ की डिग्री भी हासिल कर ली।
अधिकारियों ने कहा कि प्रींसिपल आर के मिश्रा की मौजूदगी में उनके क्लास में तोमर से तीन घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई। बहरहाल अधिकारियों ने कहा कि कॉलेज में इनरॉल होने के दौरान तोमर द्वारा दिया गया स्थानीय पता ‘सही नहीं’ पाया गया।
तोमर ने अपना स्थानीय पता अग्रहन गांव में बताया था लेकिन गांव वालों ने इस बात की पुष्टि नहीं की कि उस अवधि में वह गांव में रहे थे।
इस बीच कुछ आप कार्यकर्ता कॉलेज के गेट पर एकत्रित हुए और बीजेपी के खिलाफ नारेबाजी की। बाद में सहायक पुलिस आयुक्त एस पी त्यागी के नेतृत्व में दिल्ली पुलिस का एक दल उन्हें तिल्का मांझी भागलपुर यूनिवर्सिटी ले गया जिससे कॉलेज संबद्ध है।
इस बीच दिल्ली के पूर्व मंत्री को आइसा, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी और लोजपा के छात्र संगठनों के कार्यकर्ताओं की नाराजगी झेलनी पड़ी और उन्होंने तोमर पर टमाटर तथा अंडे फेंके।
तोमर को कानून की डिग्री प्राप्त करने में धोखाधड़ी और फर्जीवाड़ा करने के आरोप में नौ जून को गिरफ्तार किया गया था।