लखनऊ,(एजेंसी)12 जून। योग करने या ना करने के सवाल पर यूपी की सियासत में भूचाल आ गया है। अपने पराए हो गए हैं और पराए करीब आ रहे हैं। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने इंटरव्यू में कहा है कि योग हमारी प्राचीन परंपरा है और यह देश की अतुलनीय विरासत है। योग पर उनके बयान को देखकर लगता है कि मानो कोई भाजपा नेता बोल रहा हो। योग का विरोध उधर, उनकी सरकार में वरिष्ठ मंत्री आजम खान कह रहे हैं कि योग को किसी पर थोपना गलत है।
अपने विवादास्पद बयानों के लिए खबरों में रहने वाले आजम खान ने यह भी कहा कि भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ अगर नमाज पढ़ते हैं तो उनकी सेहत ठीक रहेगी। बता दें कि आदित्यनाथ ने कहा था कि योग का विरोध करने वालों को समुद्र में डूब मरना चाहिए या देश छोड़कर चले जाना चाहिए। नकवी को कोसा आजम ने योग दिवस पर पूछे गए एक सवाल पर कहा कि एक धर्म की चीज दूसरे धर्म के लोगों पर थोपी नहीं जा सकती। उन्होंने योग दिवस का समर्थन करने वाले केन्द्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी को भी कोसा।
योग पर हंगामा योग पर अखिलेश यादव ने कहा कि आज जो योग पर हंगामा मचा हुआ है वह मार्केटिंग और योग पर कुछ गुरुओं द्वारा अपना पेटेंट करा लेने की नीयत से। उन्होंने कहा कि ऋषि-मुनियों के समय से योग चला आ रहा है पर तब मार्केटिंग का युग नहीं था इसलिए कभी योग को लेकर हल्ला नहीं मचा। और आज भी वीकेएस आयंगर जैसे योगी बिना किसी प्रचार और मार्केटिंग के सारे योगासन कराते रहे।
राजनीति होती रहेगी राज्य की राजनीति पर पैनी नजर रखने वाले वरिष्ठ पत्रकार संजय श्रीवास्तव कहते हैं कि कौन योग करे और कौन योग ना करे, इस सवाल पर राज्य में कसकर राजनीति होती रहेगी 21 जून तक। उस दिन देश को योग दिवस मनाना है। इस बीच माना जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के सभी शहरों और कस्बों में 21 जून को योग दिवस बड़े स्तर पर मनाया जाएगा। राज्य में भाजपा के 73 सांसद हैं। वे सभी योग दिवस को सफल बनाने के काम में जुटे हुए हैं।