लखनऊ,(एजेंसी)12 जून। यूपी में नेताओं और पुलिस अफसरों के बीच ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर गठजोड़ का बड़ा खुलासा हुआ है। इस खेल में शामिल समाजवादी पार्टी से जुड़े गिरफ्तार शैलेंद्र के मोबाइल कॉल डिटेल से ये खुलासे हुए हैं। शैलेंद्र अग्रवाल पर 28 मामले दर्ज हैं।
जालसाजी के आरोपी समाजवादी पार्टी के नेता शैलेंद्र अग्रवाल को मिले 14 गनर हटा लिए गए हैं। यूपी के दो पूर्व डीजीपी पर आरोप लगा है कि वो अपने कार्यकाल में पैसे लेकर पुलिस वालों की पोस्टिंग और प्रमोशन करवाया करते थे। यूपी के दो पूर्व डीजीपी आनंद लाल बनर्जी और अंबरीष चंद्र शर्मा शक के घेरे में है। शैलेंद्र के मोबाइल कॉल डिटेल से पता चला है कि वो पूर्व डीजीपी को एसएमसएस से सिपाहियों और थानेदारों की पोस्टिंग और ट्रांसफर कराने की सिफारिशें भेजता था। आगरा के एक दारोगा को डीजीपी बनकर फोन करने के मामले में 1 मई को ही शैलेंद्र अग्रवाल को गिरफ्तार किया जा चुका है।
इस पूरे मामले की जांच के लिए एसआईटी बना दी गई है। आईपीएस एसोसिएशन ने बैठक करके इस मामले में दोषी अफसरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।