बेंगलूर,(एजेंसी)12 जून । पांच बार की विश्व चैंपियन मु्क्केबाज एमसी मैरीकॉम ने कहा कि यदि मणिपुर में डर की स्थिति बनी रही तो वे अपने गृहराज्य को छोड़ सकती हैं।
ओलिंपिक कांस्य पदक विजेता मैरीकॉम ने कहा कि वे जब बड़ी हुए तब हिंसा के चलते वे खुलकर घर से बाहर नहीं निकल पाती थी, लेकिन उम्मीद करती है कि उनके बच्चों को इस तरह की स्थिति का सामना नहीं करना पड़े। मणिपुर में उग्रवादी हमले में 18 सेना के जवानों के मारे जाने की खबर ने मैरीकॉम को चिंतित कर दिया। उन्होंने कहा- यह तय करना बड़ा मुश्किल हो गया है कि मणिपुर में रहना है या वहां से अन्य राज्य में चले जाना। मेरा परिवार और एकेडमी वहां पर है, लेकिन हम लगातार डर में वहां नहीं रह सकते हैं। यदि समस्या बनी रही तो हो सकता है कि मैं मणिपुर छोड़कर दूसरे राज्य में शिफ्ट हो जाऊं।
रियो ओलिंपिक में क्वालीफाई होने के लिए ट्रेनिंग में जुटी 33 वर्षीया मैरीकॉम को अपने परिवार और तीनों बच्चों की चिंता सताती है। उन्होंने कहा- ‘हम सभी डरे हुए हैं, मर्डर और ब्लास्ट किसी को भी अच्छे नहीं लगते हैं। वहां हमेशा तनाव की स्थिति बनी रहती है। जब मैं छोटी थी तब देख चुकी हूं कि इस तरह की स्थिति में रहना कितना मुश्किल है। हमें किसी भी तरह ऐसी घटनाओं को रोकना चाहिए। पिछले कई दशकों से इस तरह की घटनाओं ने वहां के लोगों के जीवन को तबाह कर दिया है। वैसे पिछले कुछ वर्षों में इनमें कमी आई थी, लेकिन अब उग्रवाद फिर सिर उठा रहा है।
उधर, एशियाई खेलों की कांस्य पदक विजेता सरिता देवी ने कहा कि इस तरह की घटनाओं से मन विचलित हो जाता है। पिछले कई वर्षों से ऐसी बातें नहीं हो रही थी, लेकिन अचानक इनका फिर से होना चिंताजनक है।