झांसी,(एजेंसी)05 जून। जालौन में आरटीआई के जरिये मनरेगा में 16 लाख रुपये के भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ है। भ्रष्टाचार नदीगांव विकासखंड के ग्राम दाबर उंचागांव के प्रधान मनोज गुप्ता द्वारा किया गया। प्रधान पर भ्रष्टाचार का आरोप सिद्ध होने के बाबजूद भी अभी तक जिला प्रशासन ने प्रधान के खिलाफ कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं की है, जबकि हाईकोर्ट ने भी रिपोर्ट दर्ज करने का आदेश दे दिया है।
इस भ्रष्टाचार का खुलासा करते हुये आरटीआई कार्यकर्ता सुनील श्रीवास्तव ने बताया कि उन्हे जानकारी मिली थी कि नदीगांव विकासखंड के ग्राम ऊंचागांव में मनरेगा के तहत कोई काम नहीं कराया गया और काम के नाम पर लाखों रुपये निकाल लिये गए। आरटीआई के माध्यम से जानकारी मांगी थी कि बताया गया कि गांव में नाली-खडंजा और पानी निकासी के लिये गूल खुदवाई गई, जिसमें 16 लाख रुपये का विकास काम कराया गया, लेकिन यह काम केवल कागजों में कराया गया। जिसकी शिकायत जिलाधिकारी से की गयी लेकिन जिलाधिकारी द्वारा किसी प्रकार की कारवाही नहीं किये जाने पर भ्रष्टाचार निवारण में शिकायत की गई।
इसकी जांच हुये और मामला सत्य पाया गया और प्रधान मनोज गुप्ता पर रिपोर्ट दर्ज करने के पद से निष्कासित करने का आदेश हुआ, लेकिन जिला प्रशास ने प्रधान के खिलाफ कारवाही न करते हुये उसे कोर्ट जाने का मौका दिया। इस मामले में हाईकोर्ट ने प्रधान ने फैसला सुनाया। इसके बाबजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस मामले में जब जिला पंचायत राज अधिकारी मोहम्मद सरफराज आलम से जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि प्रधान के खिलाफ कार्रवाई करने की फाइल जिलाधिकारी के पास है और वहां से आदेश मिलते ही कार्रवाई की जाएगी।