लखनऊ,(एजेंसी)03 जून। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी सरकारों ने खेल को हमेशा बढ़ावा देने के साथ खिलाडिय़ों का भी सम्मान किया है। उनकी सरकार प्रदेश में खेलों के लिए अवस्थापना सुविधाएं यथासंभव बढ़ाएगी। राज्यों की राजधानियों में लखनऊ में सबसे अच्छी खेल सुविधाएं होंगी। लखनऊ में प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम और इनडोर स्विमिंग पूल का निर्माण अगले साल पूरा हो जाएगा। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम बन जाने और कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में जरूरी अवस्थापना सुविधाएं मुहैया कराकर प्रदेश के इन दोनों शहरों में अंतरराष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट मैचों के आयोजन का सिलसिला शुरू हो जाएगा।
वह राजधानी के गोमतीनगर विस्तार इलाके में 400 करोड़ रुपये की लागत से प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैचों के आयोजन के लिए बुधवार को अपने सरकारी आवास पर उप्र क्रिकेट एसोसिएशन (यूपीसीए) और स्टेडियम की विकासकर्ता कंपनी इकाना स्पोर्ट्स सिटी के बीच हुए अनुबंध (एमओयू) कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में राष्ट्रीय/अंतरराष्ट्रीय मैचों के आयोजन के लिए भी यूपीसीए और खेल विभाग के बीच करार हुआ। यूपीसीए की ओर से संस्था के सचिव व राज्यसभा सदस्य राजीव शुक्ला जबकि इकाना स्पोर्ट्स सिटी की तरफ से कंपनी के प्रबंध निदेशक उदय सिन्हा और खेल विभाग की ओर से प्रमुख सचिव अनीता भटनागर जैन ने अनुबंध पत्र हस्ताक्षरित किये। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि क्रिकेट की लोकप्रियता दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। ग्रीन पार्क स्टेडियम का गौरवशाली इतिहास रहा है लेकिन किन्हीं कारणों से वहां अंतरराष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट मैच उतनी संख्या में नहीं आयोजित हो सके जितने कि होने चाहिए थे। अब सरकार ने यह स्टेडियम यूपीसीए को सौंप दिया है, वह चाहे जितने क्रिकेट मैच वहां आयोजित कराये। सरकार उसमें पूरा सहयोग देगी। वहीं लखनऊ में अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम बनने पर राजधानी में क्रिकेट सहित अन्य खेलों के लिए विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी।
इससे पहले मुख्य सचिव आलोक रंजन ने बताया कि लखनऊ में सार्वजनिक निजी सहभागिता के आधार पर प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण अक्टूबर 2016 तक पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि ग्रीन पार्क स्टेडियम में फरवरी 2013 के बाद से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच नहीं हो पाये हैं। अब अनुबंध हो जाने से वहां क्रिकेट मैच आयोजित हो सकेंगे। कार्यक्रम में खेल राज्य मंत्री राम करन आर्य, प्रमुख सचिव आवास सदाकांत, प्रमुख सचिव राजस्व सुरेश चंद्रा भी मौजूद थे।
अक्टूबर 2016 से पहले पूरे हो जाएं काम तो करा सकेंगे टी-20 मैच
यूपीसीए सचिव राजीव शुक्ला ने कहा कि यदि ग्रीन पार्क स्टेडियम में फ्लड लाइट्स व अन्य कार्य और लखनऊ के अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम का निर्माण अक्टूबर 2016 से पहले पूरा कर लिया जाए तो इनमें अगले साल टी-20 क्रिकेट मैचों का आयोजन हो सकेगा। बकौल शुक्ला, उप्र की राजनीतिक धाक तो थी लेकिन सूबे का जैसा विकास होना चाहिए था, वैसा हुआ नहीं। ग्रीन पार्क स्टेडियम के एमओयू के लिए 20 साल से कोशिश चल रही थी। एमओयू न हो पाने की वजह से वहां अंतरराष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट मैच नहीं हो पा रहे थे। ग्रीन पार्क के अलावा प्रदेश में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल के मानक पूरे करने वाला कोई और स्टेडियम नहीं है। आइपीएल 2008 के दौरान रिलायंस ने मुंबई के साथ कानपुर के लिए भी बिड किया था। मुंबई मिलने पर रिलायंस ने कानपुर से इसलिए हाथ खींच लिया क्योंकि यहां अच्छी खेल सुविधाएं नहीं मौजूद थीं। यह भी कहा कि महाराष्ट्र की तुलना में उप्र की नौकरशाही ज्यादा कार्यकुशल है।