नई दिल्ली,(एजेंसी)02 जून। समुद्र तल से 17500 फीट की उंचाई पर स्थित लिपुलेख दर्रे को इस वर्ष के भारत-चीन व्यापार और कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए खोल दिया गया है। भारत, नेपाल और चीन को जोड़ने वाले लिपुलेख दर्रे के जरिये चलने वाली इन वार्षिक गतिविधियों के लिए गुंजी आधार शिविर पर एक व्यापार कार्यालय स्थापित कर दिया गया है। इसके लिए भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) के बटालियन मुख्यालय मिथी में एक नियंत्रण कक्ष भी बना दिया गया है।
चीन ने कैलाश मानसरोवर यात्रा और व्यापार के लिए खोला मार्ग
उप व्यापार अधिकारी पी.एस. कुटियाल ने कहा, ‘केंद्र सरकार के विदेश मंत्रालय से लिपुलेख दर्रे के जरिये होने वाले इस साल के भारत-चीन सीमा व्यापार के लिए जारी व्यापार पासों को हमने सोमवार से बांटना शुरू कर दिया है।’ उन्होंने बताया कि अभी तक उन्हें 188 व्यापारियों से पास के लिए आवेदन मिल चुके हैं, जबकि इस साल के लिए 405 से ज्यादा पास उपलब्ध हैं।
कुटियाल ने कहा कि व्यापारियों को पासों के आवंटन का कार्य पांच जून तक समाप्त हो जाएगा। उन्होंने कहा कि सीमा व्यापार की सहूलियत के लिए पहला आधार शिविर उत्तराखंड के कुमांउ क्षेत्र के धारचूला में खोला गया है।