रायपुर,(एजेंसी)30 मई। अगर आप कभी नदी, तालाब या समुद्र के किनारे गए होंगे तो घोंघा को तो जरूर ही देखा होगा। सामान्य तौर पर इसका साइज दो से पांच इंच का होता है। छत्तीसगढ़ में इसी करीब पांच इंच के घोंघे की ऐसी प्रजाति का पता चला है जो एक बार में 150 से 200 अंडे देता है।
इसके अंडे आकर्षक, चिकने और हल्के पीले रंग के मोती के दाने के समान होते हैं। प्राणी विज्ञान विशेषज्ञ डॉ. डीके श्रीवास्तव ने बताया कि यह गेस्ट्रोपोडिया श्रेणी का जंतु है, बिना रीढ़ की हड्डी का यह सबसे विकसित प्राणी है। मनुष्य के समान ही इसके तंत्रिका तंत्र अतिविकसित होते हैं, जिससे यह अतिसंवेदनशील प्राणी है।
यह मुलायम स्थान पर रहता है और घास पत्तियां इसका आहार है। आजकल यह लोगों के लिए उत्सुकता का विषय बना हुआ है और लोग बड़ी संख्या में इसे देखने भी पहुंचते हैं।