गोरखपुर,(एजेंसी)29 मई। गोरखपुर विश्वविद्यालय में मॉर्निंग वाक से रोके जाने पर पब्लिक ने जमकर हंगामा किया है, इतना ही नहीं परिसर में प्रवेश से मनाही पर नाराज लोगों ने नगर विधायक डा.राधा मोहन दास की मौजूदगी में ईट से मेन गाते पर जड़ा ताला तोड़ दिया और अंदर प्रवेश कर गए।
मामले के बाबत विवि सुरक्षाकर्मी ने विधायक डा.अग्रवाल के खिलाफ तहरीर देकर गेट का ताला तोड़वाने और लोगों को हमला करने के लिए उकसाने का आरोप लगाया है। वहीँ विश्वविद्यालय के मुख्य गेट पर लगे सीसीटीवी कैमरे में मौके पर हो रहे हंगामें की तस्वीर कैद हुई है, इस मसले पर एसएसपी प्रदीप कुमार ने कहा है की विश्वविद्यालय की सुरक्षा में तैनात गार्ड की तहरीर पर विधायक समेत 50 से जयादा अज्ञात लोगों पर कैंट थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है, सीसीटीवी फुटेज की मदद से पूरी घटना की जाँच कराई जाएगी।
आप को बात दें कि दरअसल बीते दिनों विश्वविद्यालय कैम्पस में छात्रों के दो गुटों में वर्चस्व को लेकर विवाद हुआ था। इस दौरान छात्रों ने हवाई फायरिंग भी की थी, जिसके बाद से विश्वविद्यालय के चीफ प्राक्टर ने सुरक्षा का हवाला देते हुए विश्वविद्यालय कैम्पस में बाहरी लोगों के आवाजाही पर पाबन्दी लगा दी थी। वहीँ बुधवार सुबह नगर के लोग जब विवि परिसर में टहलने पहुंचे तो गेट पर ताला लगा था। गेट खोलने को लेकर लोगों की सुरक्षाकर्मियों से तीखी नोक-झोंक हुई। वहीं गार्ड ने विवि प्रशासन के आदेश का हवाला देते हुए गेट खोलने से इन्कार कर दिया। इसी बीच कुछ लोंगों ने नगर विधायक डा.अग्रवाल को फोन कर जानकारी दी जिसके बाद विधायक मौके पर पहुंचे। नोक-झोंक के दौरान ही कुछ लोगों ने ईट से मारकर ताला तोड़ दिया और भीतर प्रवेश कर गए।
वहीँ नगर विधायक डा. राधा मोहन दास अग्रवाल का कहना है कि गार्ड का आरोप गलत है। नागरिक आक्रोशित थे, मैने मना भी किया लेकिन लोग नहीं माने और ताला तोड़ दिया। सवाल यह उठता है कि अगर छात्रावास में गोली चलेगी तो क्या छात्रावास बंद करा देंगे। वास्तव में यह एक तुगलकी फरमान है। अपराधियों के नाम पर आम लोगों को सुबह परिसर में घूमने से रोकना उचित नहीं।