गोरखपुर,(एजेंसी)28 मई। गोरखपुर के पिपराइच थाना के ककरहिया कांड में गोली लगने से घायल हिस्ट्रीशीटर प्रापर्टी डीलर धर्मेद्र पासवान की मौत हो गई। लखनऊ के किंग जार्ज मेडिकल कॉलेज में उसका इलाज चल रहा था। मृतक के परिजन देर शाम लखनऊ से शव लेकर गांव पहुंचे हैं।
दरअसल, पिपराइच थाना क्षेत्र के ककरहिया गांव निवासी रामचंद्र पासवान के पुत्र धर्मेंद्र को बीते 13 मई को भाड़े के तीन बदमाशों ने गांव के ही चौराहे के पास गोली मार दी थी। इसकी प्रतिक्रिया में ग्रामीणों ने हमलावरों को घेर लिया था। उनकी पिटाई से दो बदमाशों की मौके पर ही मौत हो गई थी और उनका एक अन्य साथी गंभीर रूप से घायल हो गया था। इससे पहले बदमाशों द्वारा की गई ताबड़तोड़ फायरिंग में गांव के विरेंद्र की मौत हो गई थी और प्रापर्टी डीलर धर्मेद्र के अलावा जय¨हद और उनके चाचा गोविंद गोली लगने से घायल हो गए थे।
मारे गए बदमाशों की पहचान भीटी खोरिया, खजनी निवासी राघवेंद्र पांडेय और सीतापुर जिला निवासी धीरू उर्फ धीरज मिश्र के रूप में हुई थी। मड़ियाव, लखनऊ निवासी पवन यादव घायल हुआ था। प्रापर्टी डीलर सहित तीनों ग्रामीणों और घायल बदमाश को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। जहां से डाक्टरों ने धर्मेद्र को लखनऊ रेफर कर दिया था। बुधवार को सुबह साढ़े सात बजे के आसपास उन्होंने दम तोड़ दिया। छानबीन में पता चला थी कि इस घटना की साजिश जेल में बंद बिसई सिंह ने रची थी। धर्मेद्र के पिता की तहरीर पर इस मामले में धर्मेद्र के प्रतिद्वंद्वी प्रापर्टी डीलर रेतवहिया निवासी बहादुर चौहान, साहगंज निवासी अरुण निषाद और ककरहिया निवासी किसन पासवान तथा तीन अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था।
वहीं, ककरहिया कांड के मुख्य आरोपी बहादुर चौहान और उसके साथी किसन पासवान ने बुधवार को कोर्ट में समर्पण कर दिया। एसएसपी ने बताया कि पुलिस उनकी सरगर्मी से तलाश कर रही थी। उनके ठिकानों पर लगातार की जा रही छापेमारी के दबाव में उन्होंने समर्पण किया है। फरार चल रहे एक नामजद आरोपी की अभी तलाश की जा रही है।