नई दिल्ली,एजेंसी-7 फरवरी। समझौता एक्सप्रेस ब्लास्ट मामले के मुख्य आरोपी स्वामी असीमानंद के दिए गए साक्षात्कार ने राजनीतिक सरगर्मी को बढा दिया है। साक्षात्कार में असीमानंद ने आरएसएस को लेकर सनसनीखेज दावा किया है। असीमानंद के अनुसार, समझौता एक्सप्रेस ब्लास्ट और मालेगांव ब्लास्ट को आरएसएस की मंजूरी के बाद अंजाम दिया गया था। यही नहीं साक्षात्कार में असीमानंद ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का नाम लेते हुए उन्हें इसकी जानकारी होने का दावा भी किया है। इस साक्षात्कार के बाद जहां भाजपा और आरएसएस बचाव की मुद्रा में आकर सफाई दे रहे हैं वहीं कांग्रेस समेत कई राजनीतिक दलों ने इस मामले की जांच की मांग की है। ये सनसनीखेज खुलासा असीमानंद ने कैरावन मैग्जीन को दिए साक्षात्कार में किया है। कैरावन का दावा है कि अंबाला जेल में एक साक्षात्कार के दौरान असीमानंद ने उसकी संवाददाता को दिए साक्षात्कार में ये दावा किया। मैग्जीन के मुताबिक, असीमानंद ने दावा किया कि समझौता ब्लास्ट और मालेगांव ब्लास्ट की जानकारी आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को थी। कैरावन के मुताबिक, बम धमाकों को मंजूरी देने की प्रक्रिया में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के साथ-साथ आरएसएस के बड़े अधिकारी इंद्रेश कुमार भी शामिल थे। मैग्जीन के मुताबिक, गीता रघुनाथ ने 2 साल में कुल 4 बार असीमानंद का साक्षात्कार किया, जिसके आधार पर ये दावा किया गया है। कैरावन ने अपने दावे को पुख्ता करने के लिए अपनी वेबसाइट पर गीता रघुनाथ और असीमानंद के साक्षात्कार के दो ऑडियो भी जारी किए हैं। उधर, आरएसएस चिंतक विराग पाचपोर ने कैरावन मैग्जीन में छपे स्वामी असीमानंद के इंटरव्यू को फर्जी करार दिया है। ऐसी उमममीद जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में कांग्रेस समेत तमाम राजनीतिक दल संघ समेत भाजपा को घेरेंगे। इस मामले के संसद में भी उठनी की पूरी उम्मीद है।