नई दिल्ली,एजेंसी। उधर, कानून मंत्री सोमनाथ भारती शुक्रवार को दिल्ली राज्य महिला आयोग के समक्ष पेश नहीं हुए। महिला आयोग ‘सेक्स एंड ड्रग रिंग’ के खिलाफ भारती की विवादास्पद कार्रवाई से जुड़े मामले की जांच कर रहा है। आयोग ने कहा कि वह इस मामले की रिपोर्ट उपराज्यपाल को सौंपेगा।
भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष विजय गोयल ने उपराज्यपाल नजीब जंग से मुलाकात कर भारती के इस्तीफे की मांग दोहराई। उन्होंने कहा कि मंत्री का ‘युगांडाई महिलाओं के साथ व्यवहार गैरकानूनी था।’
गोयल ने मीडिया को बताया, “उपराज्यपाल ने वादा किया है कि सोमनाथ भारती के खिलाफ दर्ज मामले की जांच की जाएगी और कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”
दूसरी ओर, आप भारती के पक्ष में लगातार खड़ी है। भारती ने खिड़की एक्सटेशन में आधी रात के समय नशे व देह व्यापार की शिकायत पर छापामारी की जिसके दौरान वहां रह रही युगांडाई महिलाओं को असुविधा हुई। आप ने कहा है कि उन्होंने जो कुछ भी किया वह प्रक्रियागत रूप से प्रथम दृष्टया गलत नहीं है।
पार्टी ने हालांकि उन्हें भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली और वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे के खिलाफ आक्रामक भाषा पर चेतावनी दी है।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने भारती के इस्तीफे की मांग को लेकर राजधानी में 14 जगहों पर प्रदर्शन किए।
भाजपा नेताओं के पदचिन्हों पर चलते हुए आप के बागी विधायक विनोद कुमार बिन्नी ने भाजपा के सुर में सुर मिलाते हुए दिल्ली के पुलिस आयुक्त बी.एस. बस्सी के साथ मुलाकात की और 15-16 जनवरी की मध्यरात्रि को मारे गए विवादास्पद छापे के लिए भारती के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
उन्होंने बताया कि बस्सी ने कहा है कि समय के भीतर सभी जरूरी कार्रवाई की जाएगी और भारती के साथ किसी किस्म की रियायत नहीं की जाएगी।
बिन्नी ने राजधानी में 36 घंटे तक चले केजरीवाल के धरने पर भी कार्रवाई करने की मांग की।
केजरीवाल मंत्री की अनसुनी करने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर सोमवार को धरना पर बैठ गए थे और बारिश वाली सर्द रात फुटपाथ पर गुजारी थी।
इस मामले को लेकर चार मामले दर्ज किए जा चुके हैं, लकिन केजरीवाल को किसी में भी नामजद नहीं किया गया है।
दिल्ली महिला आयोग के समक्ष भारती स्वयं तो पेश नहीं हुए, लेकिन अपना प्रतिनिधित्व करने के लिए उन्होंने अपने वकीलों को भेजा था।
मीडिया के लोग भी वहां पर उपस्थित थे और महिला आयोग और भारती के वकीलों के बीच हुई बहस को सभी ने टेलीविजन पर सीधा देखा।
आयोग की अध्यक्ष बरखा सिंह ने मीडिया से कहा, “हम भारती से बात करना चाहते हैं और यदि वह हमारे समक्ष पेश नहीं होते तो उनको हमें इस बारे में सूचित करना चाहिए। इस मामले के बारे में हम उपराज्यपाल को सूचित करेंगे।”
दोनों वकीलों ने कहा कि मंत्री आयोग के सामने सोमवार को पेश होंगे और तर्क दिया कि भारती ने अपना पक्ष रखने के लिए उनको पॉवर ऑफ अटार्नी दी है।
लेकिन आयोग ने उनकी बात सुनने से इनकार कर दिया।
सोमनाथ भारती इससे पहले भी महिला आयोग के दो नोटिसों को जवाब देने में विफल रहे हैं।
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