नई दिल्ली , एजेंसी। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आज राजधानी के मीडिया सेंटर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि वह लगातार तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री का पदभार नहीं संभालेंगे।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपने संवाददाता सम्मेलन में आज नीतिगत पक्षाघात संबंधी धारणाओं को दूर करने का प्रयास करते हुए कहा कि भारत की आर्थिक हालत आने वाले समय मे सुधरेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि यूपीए के शासनकाल में समाज के सभी वर्गों का विकास हुआ है और हमने मंदी का जमकर मुकाबला किया है।
मनमोहन ने कहा कि हम विधानसभा चुनाव परिणामों पर विचार करेंगे और उचित सबक लेंगे और कोई व्यक्ति अथवा प्राधिकार लोकतांत्रिक शासन की स्थापित प्रक्रिया का विकल्प नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि संसद में अभूतपूर्व व्यवधान के बावजूद हमने कई महत्वपूर्ण कानून पारित किए हैं और सरकारी फैसलों में किसी तरह की गलती को कानून की स्थापित प्रक्रिया के तहत दंडित किया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अगले कुछ महीने में चुनाव के बाद मैं कामकाज नये प्रधानमंत्री को सौंप दूंगा। उन्होंने कहा कि हम उचित समय पर कांग्रेस के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा करेंगे। मनमोहन ने कहा कि संप्रग-1 की सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप थे, लेकिन देश की जनता ने उन्हें स्वीकार नहीं किया और हमें दूसरा कार्यकाल सौंपा। सिंह ने कहा कि जब इतिहास लिखा जाएगा, तो हम पाक साफ साबित होंगे।
मनमोहन सिंह ने कहा कि वैश्विक आर्थिक वृद्धि चक्र की ओर अग्रसर है और भारत सहित सभी उभरती अर्थव्यवस्थाओं में पिछले दो-एक साल से नरमी का दौर चल रहा है। प्रधानमंत्री ने पिछले नौ वर्षों में उच्चतम वृद्धि दर का उल्लेख करते हुए कहा कि हम बेहतर दौर की ओर बढ़ रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि गरीबी रेखा से नीचे आने वाले लोगों की संख्या घटी है और विनिर्माण क्षेत्र में रोजगार के अवसर न बढ़ने से चिंता बढ़ी है, साथ ही मध्यम एवं छोटे उद्यमों की मदद करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मुद्रास्फीति पर नियंत्रण में हम कामयाब नहीं रहे, खाद्य कीमतों पर लगाम लगाने के लिए आपूर्ति बढ़ाने की जरूरत है। सिंह ने कहा कि मुद्रास्फीति के बारे में चिंता वाजिब है, लेकिन ज्यादातर लोगों की आय मुद्रास्फीति के मुकाबले ज्यादा तेजी से बढ़ी है।